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मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना का उद्घाटन किया

देहरादून। राज्य में खेलों और खिलाडिय़ों की नई पौध को उन्नति के शिखर पर ले जाने के लिए राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना का उद्घाटन किया गया। देहरादून के पुलिस लाइन मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस योजना की शुरुआत की।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में मलखम्ब खेल की प्रस्तुति पर खुशी जताई। उन्होंने मंच से घोषणा की कि मलखम्ब खेल को राज्य खेल पॉलिसी में शामिल किया जाएगा। जिससे प्रदेश व देश में मलखम्ब को उसकी पहचान मिल सके।राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री खेल विकास निधि के स्थापना की घोषणा की।

इसके अलावा उन्होंने खेल विभाग में कॉन्ट्रैक्ट आधार पर प्रशिक्षण दे रहे प्रशिक्षकों को स्पोट्र्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के अनुसार मानदेय देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने पूर्व की भांति खिलाडिय़ों को सरकारी नौकरी में चार प्रतिशत आरक्षण देने की मजबूत पैरवी करने की बात कही।प्रति माह 1500 रुपये की दी जायेगी छात्रवृत्तियोजना के तहत प्रत्येक जिले से 8 से 14 आयु वर्ग के 150 बालक व 150 बालिकाओं के चयन किया गया है। इसी तरह प्रदेश से 3900 छात्रों का चयन हुआ है। इन्हें प्रति माह 1500 रुपये की छात्रवृत्ति दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान खिलाडिय़ों को चेक वितरित किए।उत्तराखंड के उभरते खिलाडिय़ों के लिए यह योजना एक तरह से वरदान साबित होगी।

1500 रुपये की प्रोत्साहन राशि से बच्चे अपने लिए खान-पान, खेल किट आदि की व्यवस्था भी कर पाएंगे। अब आवश्यकता है कि इन बच्चों को विशेष प्रशिक्षण दिलाया जाए। क्योंकि, प्रोत्साहन राशि का लाभ खिलाडिय़ों को तभी मिलेगा, जब वो अपने खेल को दिन-प्रतिदिन सुधारेंगे। हर वर्ष इस योजना के पात्र बच्चों की समीक्षा होनी जरूरी है।उत्तराखंड के उभरते खिलाडिय़ों के लिए यह योजना एक तरह से वरदान साबित होगी। 1500 रुपये की प्रोत्साहन राशि से बच्चे अपने लिए खान-पान, खेल किट आदि की व्यवस्था भी कर पाएंगे। अब आवश्यकता है कि इन बच्चों को विशेष प्रशिक्षण दिलाया जाए। क्योंकि, प्रोत्साहन राशि का लाभ खिलाडिय़ों को तभी मिलेगा, जब वो अपने खेल को दिन-प्रतिदिन सुधारेंगे।

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हर वर्ष इस योजना के पात्र बच्चों की समीक्षा होनी जरूरी है।-डीएम लखेड़ा, वरिष्ठ फुटबालरयुवा खिलाडिय़ों को छात्रवृत्ति देने की योजना अत्यंत सराहनीय है। इससे खिलाडिय़ों को प्रोत्साहन मिलेगा। वह अपनी डाइट और खेल के लिए आवश्यक सामग्री खुद खरीद सकेंगे। इससे परिवार के ऊपर अतिरिक्त भार भी नहीं पड़ेगा।-दिनेश कुमार, अंतरराष्ट्रीय बास्केटबाल खिलाड़ी व कोच ओएनजीसी बास्केटबाल टीमइस योजना से युवा खिलाडिय़ों को प्रोत्साहन मिलेगा। अभिभावक भी अपने बच्चों को खेलने के लिए प्रेरित करेंगे। आने वाले समय में इन खिलाडिय़ों में से ही राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी भी मिल सकेंगे।

खिलाडिय़ों के प्रयासों को देखते हुए आने वाले समय में छात्रवृत्ति की राशि को बढ़ाया जाना चाहिए।-केके चक्रवर्ती, अभिभावकअगर इस योजना को धरातल पर गंभीरता के साथ उतारा जाता है तो आगामी वर्षों में यही खिलाड़ी ओलिंपिक व अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए तैयार होंगे। इन खिलाडिय़ों को निखारने के लिए बेहतर कोच भी नियुक्त किए जाएं, जो प्रदर्शन की नियमित समीक्षा कर उन्हें सही-गलत का अंतर समझाएं।-प्रीतम बिंद, पूर्व अंतरराष्ट्रीय धावक

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