देश के नाम पहले संबोधन में क्वीन को याद कर भावुक हुए किंग चार्ल्स-III

लंदन । ब्रिटेन (got emotional) की महारानी एलिजाबेथ-II के निधन के बाद उनके बेटे प्रिंस चार्ल्स नए किंग बन गए हैं। अब उन्हें किंग चार्ल्स-III के नाम से जाना जाएगा। बतौर राजा वे 9 सितंबर को पहली बार बकिंघम पैलेस पहंचे। इससे पहले क्वीन एलिजाबेथ (got emotional) को भी करीब 16 महीने इंतजार करना पड़ा था।
फरवरी 1952 में उनके पिता का निधन हुआ। इसके तुरंत बाद वो महारानी बन गई थीं, लेकिन जून 1953 में उनकी ताजपोशी हुई थी। शुक्रवार शाम को देश के नाम अपने पहले संबोधन में कहा कि वे महारानी की तरह ही पूरी निष्ठा और प्रेम के साथ लोगों की सेवा करेंगे।
किंग चार्ल्स ने कहा- अब मेरा बेटा विलियम मेरा उत्तराधिकारी होगा। विलियम और उनकी पत्नी केट प्रिंस एंड प्रिंसेस ऑफ वेल्स होंगे। अपने संबोधन में उन्होंने दूसरे बेटे हैरी और पत्नी मेगन को प्यार भेजा। वे शाही परिवार से दूर जरूर हैं, लेकिन जहां भी रहें खुश रहें।
हालांकि, किंग बनने के बाद भी चार्ल्स को कोरोनेशन यानी ताजपोशी के लिए इंतजार करना पड़ सकता है। ताजपोशी शाही परंपराओं के मुताबिक होगी जिसकी तैयारियों में वक्त लगेगा। अपनी मां के नाम एक आखिरी संदेश देते हुए किंग चार्ल्स III काफी भावुक नजर आए।
उन्होंने कहा- मेरी प्यारी मां मेरे और परिवार के लिए इंस्पिरेशन थीं। 1947 में मेरी मां ने अपने 21वें जन्मदिन पर एक प्रण लिया था। वे पूरी जिंदगी सिर्फ लोगों की सेवा करना चाहती थीं। ये एक वादे से ज्यादा लोगों के लिए किया गया कमिटमेंट था जिसे उन्होंने पूरी जिंदगी निभाया।