आर्मी चीफ और शहबाज की चाल में फंसे इमरान,(Imran )

इस्लामाबाद. पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट की ओर से देश में मई के महीने में चुनाव कराने को लेकर दिए गए निर्देश के बाद भी जल्द चुनाव कराए जाने की उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है. इमरान (Imran ) खान यहां जल्द चुनाव कराने को लेकर लगातार बयान देते रहे हैं, लेकिन आर्मी चीफ और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की नई चाल ने चुनाव की उम्मीदें धूमिल कर दी हैं. ऐसा इसलिए माना जा रहा है क्योंकि पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल असीम मुनीर और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की अहम बैठक में टीटीपी आतंकियों के खिलाफ 15 दिन के अंदर फिर से बड़े पैमाने पर सैन्य कार्रवाई शुरू करने का ऐलान कर दिया है. इससे पंजाब प्रांत में चुनाव टलने की आसार हैं.
खास बात ये है कि टीटीपी आतंकियों के खिलाफ ये कार्रवाई 15 दिनों के अंदर करनी है. ऐसे में इसके पीछे एक बड़ी चाल बताई जा रही है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने सेना को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए कहा है. अगर सेना आतंकियों के खिलाफ अभियान में व्यस्त रहेगी तो चुनाव में सुरक्षा प्रबंध करना मुश्किल हो जाएगा. ऐसे में न चाहते हुए भी चुनाव को टालना पड़ सकता है. दरअसल इमरान खान जल्द चुनाव कराए जाने को लेकर अड़े हैं, लेकिन शहबाज शरीफ और इसीम मुनीर चुनाव टाले जाने की मंशा रखते हैं.
अफगानिस्तान के आतंकियों पर भी एक्शन
पाकिस्तान की शीर्ष सुरक्षा संस्था एनएससी ने आतंकवाद का सफाया करने के लिए एक समग्र व्यापक अभियान शुरू करने पर सहमति जताई है. टीटीपी के खिलाफ 15 दिन में अभियान ही नहीं कथित तौर पर अफगानिस्तान से आने वाले आतंकवादियों से निपटने के लिए 15 दिनों के भीतर राष्ट्रीय कार्य योजना (एनएपी) को फिर से शुरू करने के लिए भी कहा है.
आतंकवाद के खिलाफ अभियान को मंजूरी
प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ की अध्यक्षता में शुक्रवार को एनएससी की बैठक में इस पर फैसला हुआ. इसमें सशस्त्र बलों, खुफिया एजेंसियों और अन्य सैन्य और नागरिक अधिकारियों के प्रमुखों ने भाग लिया. इसमें कहा गया, ‘एनएससी ने द्दढ़ संकल्प और वीरता के साथ देश से आतंकवाद के खतरे को खत्म करने के लिए सरकार और राष्ट्र के समर्थन से एक बहु-आयामी व्यापक अभियान को मंजूरी दी.’