रशॉट सिलेक्शन में किया सुधार, अब कहीं कोई दिक्कत नहीं – Virat Kohli
भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज और पूर्व कप्तान विराट कोहली करीब डेढ़ महीने लंबे ब्रेक के बाद एशिया कप में खेलने को तैयार हैं. विराट लंबे समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. उन्होंने करीब ढाई साल से कोई शतक नहीं बनाया है. वह लंबे समय से बायो बबल में रहने के कारण मानसिक थकान का सामना कर रहे थे लेकिन अब वह इस ब्रेक के बाद शारीरिक और मानसिक रूप से खुद को तरोताजा कर मैदान पर लौटेंगे. इस वापसी से पहले उन्होंने बता दिया है कि अब वह पीछे मुड़कर नहीं देखने वाले. वह बैटिंग में जो गलतियां कर रहे थे, उनमें उन्होंने सुधार कर लिया है.
शॉट सिलेक्शन में किया सुधार – विराट कोहली
विराट कोहली ने स्वीकार किया कि वह इंग्लैंड के दौरे पर बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाए थे, जिसके बाद उन्होंने अपने शॉट सिलेक्शन पर काम किया और इसमें कई सुधार किए हैं.
कोहली ने जुलाई में इंग्लैंड के दौरे के दौरान आखिरी बार खेलने के बाद लगभग एक महीने से ज्यादा समय तक क्रिकेट से ब्रेक ले लिया था. इस दौरान वह वेस्टइंडीज और जिम्बाब्वे दौरे का हिस्सा नहीं थे. लेकिन अब वह टी20 फॉर्मेट में एशिया कप से भारतीय टीम में वापसी कर रहे हैं.
नवंबर 2019 के बाद से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतक नहीं बनाने के कारण कोहली लंबे समय से खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं. अगर कोहली 28 अगस्त को दुबई में पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप के पहले मैच में भारत की प्लेइंग इलेवन में शामिल होते हैं, तो वह कोहली का 100वां टी20 मैच होगा.
कोहली ने स्टार स्पोर्ट्स पर ह्यगेम प्लान शो में कहा, इंग्लैंड में जो हुआ वह एक अलग बात थी, मैंने अपने शॉट चयन में सुधार किया है. अब, मुझे बल्लेबाजी में कोई समस्या नहीं दिख रही है भारत के पूर्व कप्तान कोहली ने लंबे समय से खराब फॉर्म में होने के इस चरण के महत्व के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि इसने खेल के साथ-साथ जीवन के प्रति उनके दृष्टिकोण में सुधार किया है. उन्होंने कहा, मुझे पता है कि मैं क्या कर रहा हूं और आप अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में इतनी दूर तक नहीं चल सकते हैं, जब आप परिस्थितियों और विपरीत परिस्थितियों का सामना करने और विभिन्न प्रकार की गेंदबाजी का मुकाबला करने की क्षमता नहीं रखते हैं.
कोहली ने कहा, जब तक मैं अच्छा करने की सोचूंगा, तो मुझे पता है कि उतार-चढ़ाव आएंगे और जब मैं इस चरण से बाहर आऊंगा, तो मुझे पता है कि मैं कितना स्पष्ट सोच वाला हो सकता हूं. मेरे अनुभव मेरे लिए महत्वपूर्ण हैं.ह्ण