इजरायल-ईरान में होता है युद्ध तो कौन पड़ेगा भारी
इजरायल-ईरान: इजरायल-ईरान में टेंशन के चलते दुनियाभर में बवाल मचा है. अगर ईरान ने इजरायल पर अटैक किया तो तीसरी बड़ी जंग छिड़ सकती है. दुनिया दो धड़ों में बंट सकती है. अमेरिका युद्द की सूरत में इजरायल की रक्षा करने की कसम खा चुका है. दूसरी बड़ी महाशक्ति रूस ईरान के पक्ष में है. रूस, ईरान का पुराना मददगार और सैन्य सहयोगी है. यूक्रेन युद्ध में अमेरिका की भूमिका से पुतिन पहले से नाराज हैं. वो बदला लेने के लिए इस जंग में कूद सकते हैं. ऐसा हुआ तो पुतिन के जिगरी शी जिनपिंग और किम जोंग उन भी ईरान के पक्ष में बैटिंग करने उतर सकते हैं. मुस्लिम जगत से इराक, सीरिया, लेबनान, तुर्किए, कतर और जॉर्डन ईरान के साथ हो सकते हैं. वहीं सऊदी अरब और ईरान से पुरानी अदावत के चलते इस मैटर में पड़ने के मूड में नहीं दिख रहा. सुन्नी बहुल पाकिस्तान, शिया बहुल ईरान को दुश्मन देश मानने की वजह से अमेरिका के पीछे खड़ा हो सकता है. ऐसे में आइए जानते हैं कि इजरायल और ईरान में कौन कितना ताकतवर है?
भले ही पैसा-कौड़ी यानी डिफेंस बजट के मामले में ईरान, इजरायल से पीछे है लेकिन सैनिकों की संख्या के मामले में ईरान, इजरायल से कहीं आगे है. ब्रिटिश मीडिया हाउस ‘द सन’ में प्रकाशिक रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल का रक्षा बजट 24.2 अरब डॉलर का है, वहीं ईरान का रक्षा बजट 9.9 अरब डॉलर का है.
एयर पावर
इजरायल के पास 612 फाइटर जेट हैं तो ईरान के पास 551 लड़ाकू विमान हैं.
टैंक पावर
टैंक के मामले में ईरान, इजरायल से दोगुनी ताकत रखता है. इजरायल के पास 2200 टैंक हैं तो ईरान के पास 4071 टैंक हैं.
बख्तरबंद गाड़ियां
इजरायल के पास 43 हजार बख्तरबंद गाड़ियां हैं, जबकि ईरान के पास 65 हजार बख्तरबंद गाड़ियां हैं.
नेवल पावर
इजरायल के पास करीब 70 वारशिप्स हैं. वहीं ईरान के पास उससे ज्यादा यानी 101 युद्धपोत का भारी भरकम बेड़ा है.
एक्टिव सैनिक
इजरायल के पास 1.73 लाख सैनिक हैं, जबकि ईरान के पास 5.75 लाख ऐक्टिव सैनिक हैं. इसके अलावा इजरायल के पास 4.65 लाख रिजर्व सैनिक हैं, जबकि ईरान के पास 3.50 लाख रिजर्व सैनिक हैं.
परमाणु बम
इंटरनेशनल मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल के पास इस वक्त 80 परमाणु बम हैं, जबकि ईरान के पास आधिकारिक तौर पर कोई परमाणु बम नहीं है.
जासूसी उपकरण और राडार
जासूसी उपकरणों के प्रोडक्शन के मामले में इजरायल वर्ल्ड लीडर है लेकिन ईरान बहुत पीछे है. ड्रोन्स के मामले में ईरान आगे है. जाहिर है कि आमने सामने की लड़ाई में एटम बम दागने की बात न की जाए तो ईरान का पलड़ा भारी है.