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जल्द विद्यालयों की व्यवस्था सुधारे, नही तो होगी कड़ी कार्यवाही : जिलाधिकारी

मैनपुरी- जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने जिला अनुश्रवण समिति समग्र शिक्षा एवं मिड-डे-मील टास्क फोसर् समिति की बैठक में असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि जनपद के कुछ परिषदीय विद्यालयों में शैक्षिक स्तर बेहद खराब है, कुछ विद्यालयों में मूल-भूत सुविधाएं भी नहीं है, अभी तक कई विद्यालय ऑपरेशन कायाकल्प के अंतगर्त सभी बिंदुओं से संतृप्त नहीं हुए हैं, जिला स्तरीय अधिकारियों के निरीक्षण में कुछ शिक्षक बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से लंबे समय से किसी न किसी अवकाश पर चल रहे हैं, कुछ विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन खिलाने के अलावा शिक्षकों द्वारा कोई कायर् नहीं किया जा रहा है, परिषदीय विद्यालय में पढ़ने वाले गरीब परिवारों के बच्चों के भविष्य के साथ इस प्रकार का खिलवाड़ किसी भी कीमत पर बदार्श्त नहीं होगा.

खंड शिक्षा अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के सभी विद्यालयों का तत्काल निरीक्षण कर सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें, विद्यालयों में शैक्षिक वातावरण सुधरे, सभी शिक्षक समय से अपने-अपने विद्यालयों में उपस्थित होकर बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करें, विद्यालय में पंजीकृत शत-प्रतिशत बच्चे प्रतिदिन विद्यालय आएं, जो बच्चे विद्यालय न आएं, शिक्षक उनके अभिभावकों से वातार् कर उन्हें प्रतिदिन स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करें, जो शिक्षक लंबे समय से निरंतर अवकाश पर चल रहे हैं उन्हें चिन्हित कर रिपोटर् प्रस्तुत की जाए, सभी विद्यालयों में आगामी 01 सप्ताह में व्यवस्थाएं सुधरे अन्यथा संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी को जिम्मेदार मानते हुए निलंबन की संस्तुति की जाएगी।

श्री सिंह ने कहा कि सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को जहां छात्र संख्या अधिक हो, एक-एक विद्यालय गोद दिया जाए, गोद लिए गांव में अधिकारी प्रतिमाह भ्रमण कर सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएं, जो शिक्षक समय से उपस्थित न हों या विद्यालय में कोई कमी हो तो उसकी सूचना तत्काल जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी को दें, खंड शिक्षा अधिकारी अपने गोद लिए विद्यालय में सप्ताह में दो बार पूरे समय उपस्थित रहकर व्यवस्थाएं देखें, गोद लिए विद्यालय सभी योजनाओं से संतृप्त हों, वहां के छात्रों को प्रत्येक विषय में कमांड हो। उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारियों को निदर्ेशित करते हुए कहा कि जिन विद्यालयों में अधिक छात्र संख्या है.

वहां खंड शिक्षा अधिकारी अपने स्रोतों से पुस्तकालय की स्थापना कराना सुनिश्चित करें, पुस्तकालय में सभी विषयों की पयार्प्त मात्रा में पुस्तकें उपलब्ध रहें, तहसील स्तरीय टास्क फोसर् की बैठक उप जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में प्रतिमाह आयोजित कराई जाएं, बैठक में खंड विकास अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी प्रत्येक दशा में उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि आगामी अनुश्रवण समिति की बैठक में प्रत्येक खंड शिक्षा अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में शिक्षा के स्तर में सुधार हेतु किए गए बेहतर कायोर्ं का 05 मिनट का प्रस्तुतीकरण दें, बैठक से पूवर् इसकी पी.पी.टी. तैयार की जाए।

उन्होंने जानकारी करने पर पाया कि अभी जनपद के 1510 विद्यालयों में दिव्यांग शौचालय नहीं है, जिसमें सवार्धिक 108 विद्यालय बेवर क्षेत्र के, 229 मैनपुरी क्षेत्र के, 140 जागीर, क्षेत्र के, 165 सुल्तानगंज क्षेत्र के एवं 143 करहल क्षेत्र के हैं, जनपद के 16 प्रतिशत विद्यालय फनीर्चर, 36 प्रतिशत विद्यालय यूरिनल, 17 प्रतिशत विद्यालय बाउण्ड्रीवाॅल से संतृप्त नहीं है, जिस पर उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी, खंड विकास अधिकारी को निदर्ेशित करते हुए कहा कि कल से प्रत्येक दशा में अवशेष विद्यालयों में दिव्यांग शौचालय, यूरिनल का कायर् प्रारम्भ करायें और आगामी 15 दिन में अवशेष विद्यालय सभी 19 बिन्दुओं से पूरी तरह संतृप्त हों, सुनिश्चित किया जाए।

जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों, जिला विद्यालय निरीक्षक को निदर्ेशित करते हुए कहा कि प्रत्येक विद्यालय में साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करें, विद्यालयों में पीने हेतु स्वच्छ पानी की उपलब्धता रहे, विद्यालय परिसर में कहीं भी जल- भराव की स्थिति पैदा न हो, विद्यालय के आसपास भी सफाई व्यवस्था रहे, खंड शिक्षा अधिकारी अपने- अपने खंड विकास अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर प्रत्येक विद्यालय में सफाई कमीर् से सफाई का कायर् करायें, बच्चों को वेक्टर जनित बीमारियों से बचाव हेतु जागरूक किया जाए।

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उन्होंने बैठक में उपस्थित मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निदर्ेशित करते हुए कहा कि वेक्टर जनित बीमारियों के लिए गांव-गांव दवा का छिड़काव कराया जाए, सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर पयार्प्त मात्रा में दवाएं उपलब्ध रहे, चिकित्सक, पैरा मेडिकल स्टाफ समय से उपस्थित हो, सपर्दंश से किसी भी व्यक्ति की मौत न हो, सपर्दंश के केस में किसी भी दशा में रेफर न किया जाए बल्कि उसे जनपद के स्वास्थ्य केंद्र पर ही बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर उसकी जान बचाई जाए, सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर एंटी वेनम उपलब्ध रहे। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डा. पी.पी. सिंह, अपर जिलाधिकारी राम जी मिश्र, परि योजना निदेशक के.के. सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार वमार्, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला कायर्क्रम अधिकारी ज्योति शाक्य, समस्त खंड विकास अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी आदि उपस्थित रहे।

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