वाराणसी

‘पीने के पानी को प्यासी, कैसी हो गयी ये काशी’ – अखिलेश यादव

वाराणसी समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को वीडियो ट्वीट कर गंगा की सफाई को लेकर सवाल पूछा। इसके साथ उन्होंने कैप्शन लिखा, ‘पीने के पानी को प्यासी, कैसी हो गयी ये काशी’ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को वीडियो ट्वीट कर गंगा की सफाई को लेकर सवाल पूछा। इसके साथ उन्होंने कैप्शन लिखा, ‘पीने के पानी को प्यासी, कैसी हो गयी ये काशी’। वीडियो वाराणसी के तुलसी घाट के आसपास का है। इसमें घाट किनारे गंगा का काला पानी और गंदगी दिख रहा है। उनके इस ट्वीट पर मिलीजुली प्रतिक्रिया देखने को मिली।

akhilesh yadav
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किसी यूजर्स ने गंगा में गंदगी पर दुख जताया तो किसी यूजर्स ने सपा प्रमुख को अपने शासन काल की याद दिलाई। अखिलेश यादव इससे पहले भी कई मौके पर गंगा की सफाई को लेकर सवाल पूछे हैं। पिछले वाराणसी दौरे में भी उन्होंने बातचीत में मीडिया से कहा था कि नमामि गंगा से पूछो, गंगा साफ हो गई क्या? गंगा सफाई को लेकर के कितना पैसा पानी की तरह बह गया।

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दशाश्वमेध घाट पर चला स्वच्छता अभियान

स्वच्छ भारत मिशन के तहत एनडीआरएफ के जवानों ने बुधवार को दशाश्वमेध घाट पर सफाई की। स्वच्छता संदेश देते हुए कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा ने कहा कि स्वच्छता को आदत बनाना होगा। अभियान के दौरान लोगों को घाटों को स्वच्छ रखने के लिए जागरूक किया गया। सुनील राय, प्रदीप वर्मा ने लोगों को पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता की जानकारी दी।

Varanasi Pollution in the river Ganges
Varanasi Pollution in the river Ganges

एडीएम सिटी ने की गंगा घाटों पर साफ-सफाई की समीक्षा

जिला गंगा समिति की बैठक बुधवार दोपहर जिला रायफल क्लब सभागार में एडीएम सिटी गुलाब चंद की अध्यक्षता में हुई। उन्होंने गंगा और उसके घाटों की सफाई पर किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की।

बैठक में गंगा किनारे की स्वच्छता की जिम्मेदारी संभाल रहे संस्थाओं के सदस्य शामिल हुए।

एडीएम सिटी ने रमना में प्रस्तावित एसटीपी निर्माण कार्य को तेजी से पूरा करने को कहा। नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने मणिकर्णिका घाट और गंगा द्वार के सामने सुविधाजनक बड़े डस्टबिन (अर्पण कलश) रखने का सुझाव दिया।

ताकि शवदाह के बाद एवं अन्य धार्मिक निर्माल्य को लोग गंगा में न छोड़कर अर्पण कलश में विसर्जित करें।

घाट पर महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम बनाने और देखरेख करने की मांग की। वेस इंडिया के निदेशक डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने पर्यावरण संरक्षण के सुझाव दिए। वरुणा सेवा ट्रस्ट से उपस्थित सीए जमुना शुक्ला और पूजा श्रीवास्तव ने वरुणा किनारे की गंदगी को साफ करने की बात कही।

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