16 दिसंबर का इतिहास: पाकिस्तान पर भारत की जीत के रूप में मनाया जाता है ‘विजय दिवस’|
16 दिसम्बर का दिन विजय दिवस के रूप में भी मनाया जाता है. 16 दिसम्बर को 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत के अवसर पर विजय दिवस मनाया जाता है. इस युद्ध के अंत के बाद 93,000 पाकिस्तानी सेना ने आत्मसमर्पण कर दिया था. साल 1971 के युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को करारी परास्त किया, जिसके बाद पूर्वी पाकिस्तान स्वतंत्र हो गया, जो आज बांग्लादेश के नाम से जाना जाता है.
यह दिन दिल्ली में एक युवती पर कहर बनकर टूटा. 16 दिसंबर, 2012 को एक छात्रा के साथ उसके एक मित्र की मौजूदगी में चलती बस में सामूहिक बलात्कार किया गया और उन दोनों को ठिठुरती सर्द रात में बस से बाहर फेंक दिया गया. बाद में इलाज के लिए सिंगापुर ले जाई गई पीड़िता ने वहीं दम तोड़ दिया था. इस मामले की 23 वर्षीय पीड़िता को ‘‘निर्भया’’ नाम दिया गया और देश में उसके लिए न्याय की मांग ने आंदोलन का रूप ले लिया.
इस मामले में मुकेश सिंह, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय कुमार सिंह सहित छह व्यक्ति आरोपी बनाए गए. इनमें से एक नाबालिग था. मामले के एक आरोपी राम सिंह ने सुनवाई शुरू होने के बाद तिहाड़ जेल में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. नाबालिग को सुनवाई के बाद दोषी ठहराया गया और उसे सुधार गृह भेज दिया गया. तीन साल तक सुधार गृह में रहने के बाद उसे 2015 में रिहा कर दिया गया.
लंबी कानूनी लड़ाई के बाद आखिरकार 20 मार्च, 2020 को इस मामले के चार दोषियों को फांसी दी गई.