भोपाल । मध्यप्रदेश (things got worse) में तीन दिन से हो रही भारी बारिश ने हालात बिगाड़ (things got worse) दिए हैं। भोपाल में गुरुवार रात से शुक्रवार की सुबह तक तेज बारिश होती रही। भोपाल में अभी तक 72 इंच बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 50 साल में यह सबसे अधिक है। हालांकि भोपाल जिले में अभी तक 68 इंच पानी गिरा है। मध्यप्रदेश में अब तक साढ़े 43 इंच बारिश हो चुकी है। यह सामान्य से 22% ज्यादा है। प्रदेश के अधिकांश जलाशय फुल हो चुके हैं।
सामान्य रूप से सितंबर तक 31 इंच बारिश होती है। इधर, उज्जैन में 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश के कारण स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई। शिवपुरी में बारिश से निचले इलाकों में जलभराव हो गया। इसके बाद कलियासोत नदी में पानी का बहाव बढ़ गया है। इसलिए निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट किया गया है। नगर निगम की टीमें दामखेड़ा और समर्धा टोला के निचले इलाकों में नजर रख रही है।
मौसम विभाग का कहना है कि इंदौर समेत कुछ जिलों में आज दोपहर तक रिमझिम हो सकती है। बुंदेलखंड, बघेलखंड और महाकौशल के कुछ इलाकों में बारिश होने की संभावना है। उमरिया, अनूपपुर, शहडोल, डिंडोरी, रीवा, सतना, सीधी और सिंगरौली में यलो अलर्ट जारी किया गया है। जबलपुर में बरगी डैम के 11 गेट खुले तो छिंदवाड़ा में 15 गांवों का शहर से संपर्क कट गया। यहां अगले 24 घंटे में तेज बारिश होने की संभावना ने फिर से चिंता बढ़ा दी है। उज्जैन में कलेक्टर ने आज सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है।