Hanuman garhi में साधु-संतों की टोली ने कैसे खेली होली !!
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अयोध्या सोमवार को रामनगरी में रंगभरी एकादशी का उल्लास सुबह से ही दिखाई दिया।Hanuman garhi में साधु-संतों की टोली ने बजरंगबली के निशान की पूजा-अर्चना के बाद रंग गुलाल और अबीर से जमकर होली खेली। रंगभरी एकादशी पर हनुमान जी के निशान को अयोध्या की सड़कों पर निकाला गया। यह परंपरा
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सदियों से चली आ रही है। संतों ने आपस में रंग खेलकर हनुमानजी के निशान के साथ शोभायात्रा के रूप में नगरी के विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए रंगोत्सव की मुनादी की। यह मौका आस्था एवं उत्सव के समन्वय का अपूर्व गवाह बना।
The Kashmir Files हम सच में नहीं जानते कि कश्मीरी पंडितों के साथ ये सब हुआ !!
स्वर्ण, रजत एवं लौहदंड के साथ हनुमानजी का निशान कंधे पर ले भांति-भांति के वाद्य की धुन पर गीत गाते एवं अबीर-गुलाल की वर्षा करते युवा नागा साधु आगे बढ़ते दिखे। गत कई वर्षों से हनुमानगढ़ी से निकलने वाली रंगोत्सव यात्रा का संयोजन करने वाले पार्षद पुजारी रमेशदास और राजूदास के अनुसार त्रेता में भगवान राम जब स्वधाम गमन को तैयार हुए तो उन्होंने हनुमानजी को अयोध्या का प्रभार दिया। इसी प्रभार के अनुरूप हनुमानजी की ओर से नगरवासियों का होली के हुलास में शामिल होने का आह्वान किया जाता है।