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उत्तर प्रदेश में ‘संभव 5.0’ अभियान का भव्य शुभारंभ, कुपोषण उन्मूलन की दिशा में सशक्त पहल !

लखनऊ -:  उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गंभीर कुपोषण के उन्मूलन हेतु संचालित राज्यव्यापी ‘संभव अभियान’ के पांचवें संस्करण संभव 5.0 का भव्य शुभारंभ राजधानी लखनऊ के रेनेसॉ होटल में हुआ। महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में प्रदेश में मातृ एवं बाल पोषण को लेकर जन-नीति में निर्णायक बदलाव के संकल्प को दोहराया गया।कार्यक्रम का उद्घाटन कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य और राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव लीना जौहरी, सचिव बी. चंद्रकला, यूनिसेफ उत्तर प्रदेश के सीएफओ ज़कारी एडम, परिवार कल्याण विभाग के महानिदेशक डॉ. दिनेश कुमार और बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार निदेशक सरनीत कौर ब्रोका सहित अनेक विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे।

अतिथियों को स्मृति स्वरूप पौधे भेंट किए गए, जो स्वस्थ एवं हरित भविष्य की प्रतीकात्मक प्रस्तुति थी।संभव अभियान की शुरुआत वर्ष 2021 में हुई थी और अब तक इसके चार संस्करणों के माध्यम से समयबद्ध सुधार, नवाचार आधारित हस्तक्षेप और विभागीय समन्वय के जरिए बाल पोषण के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की गई हैं। संभव 5.0 के अंतर्गत जुलाई से सितंबर 2025 तक राज्यभर में व्यापक गतिविधियां चलाई जाएंगी। इस चरणबद्ध प्रयास में जुलाई को मातृ पोषण, अगस्त को शिशु पोषण (0–6 माह), और सितंबर को ऊपरी आहार एवं पोषण माह के रूप में मनाया जाएगा।संभव 4.0 के अंतर्गत उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रदेश के पांच जिलों और चुनिंदा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ल ने सभी सहयोगी विभागों, यूनिसेफ एवं विकास साझेदारों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि “कोई भी बच्चा कुपोषित न रहे—यह केवल लक्ष्य नहीं, हम सबका साझा संकल्प है।” उन्होंने पूरक आहार व वृद्धि निगरानी पर आधारित शैक्षणिक वीडियो और 12-पृष्ठीय पुस्तिका के निर्माण हेतु सहयोगी संस्थाओं का भी धन्यवाद किया।कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य ने अपने संबोधन में कुपोषण के पीढ़ीगत चक्र को तोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सतत निगरानी, रीयल टाइम डाटा कैप्चरिंग और मजबूत विभागीय समन्वय से ही इस अभियान को सतत सफलता मिल सकती है।

उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि वे अपने अनुभव समाज से साझा करें, जिससे यह अभियान सामूहिक जनजागरूकता का माध्यम बन सके।कार्यक्रम के समापन पर यूनिसेफ एवं अन्य संस्थाओं द्वारा विकसित शैक्षणिक सामग्री का लोकार्पण किया गया। संभव 5.0 केवल एक प्रशासनिक पहल नहीं, बल्कि मातृ एवं बाल पोषण को लेकर उत्तर प्रदेश की सामाजिक नीतियों में स्थायी बदलाव की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण और दूरगामी कदम है।इस अवसर पर प्रदेश के सभी जिलों से आए जिला कार्यक्रम अधिकारी, पुरस्कृत आंगनबाड़ी कार्यकत्री और विभागीय अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।

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