उत्तराखंड

गोविंद बल्लभ पंत का जीवन युवा वर्ग के लिए प्रेरणाश्रोत

हरिद्वार। भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत को उनकी 133 वीं जयंती के मौके पर श्रद्धांजलि दी गई। गुरुवार को हरिद्वार रूड़की विकास प्राधिकरण सभागार में पंडित गोविंद बल्लभ पंत की जयंती के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में सचिव हरवीर सिंह ने पंत जी के चित्र पर फूलमाला अर्पित कर उनको याद किया।

आयोजित कार्यक्रम में सचिव हरवीर सिंह ने कहा कि पं. पंत त्याग, संघर्ष और बलिदान की प्रतिमूर्ति थे। वह एक कुशल प्रशासक के साथ कर्तव्यपरायण और समाज सेवा को समर्पित पुरुष रहे। उनका जीवन आने वाली पीढ़ी के लिए सदैव प्रेरणादायक रहेगा।

सचिव ने कहा कि आत्मा परमात्मा का ही अभिन्न अंश होती सतकर्मो व पुण्यों के प्रभाव से महान आत्मा का दर्जा प्राप्त होता है पंत जी भी महान पुण्य आत्मा थे इसीलिए श्रेष्ठ पुरुषों के रूप में उन्हें याद किया जाता है आत्मा का कोई रूप, रंग, या जाति नहीं होती आत्मा का विनाश भी कभी नहीं होता समाज सेवा एवं देश प्रेम की भावना उनमें कूट-कूट कर भरी थी। महापुरूष सदैव अपने लोक कल्याण के कार्यों के कारण अमर रहते हैं। आत्मा अजर अमर तथा अविनाशी है। आज वह देह रूप में हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके उच्च नैतिक विचार, सेवा भावना, सादगी, सहजता, हिन्दी प्रेम तथा उज्ज्वल चरित्र देशवासियों का युगों−युगों तक मार्गदर्शन कराता रहेगा। हम इस महान आत्मा को शत-शत नमन करते हैं।

कोरोना के चलते पंडित गोविंद बल्लभ पंत की जयंती सादगी के साथ मनाई गई।

इस दौरान एचआरडीए के अधिकारियों व कर्मियों ने पंडित गोविंद बल्लभ पंत के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किए।

Show More

यह भी जरुर पढ़ें !

Back to top button