गुरिल्ला के आत्मदाह जैसे कदमों के लिए सरकार होगी जिम्मेदार
एक महींना बीतने के बाद भी नहीं हुई कार्यवाही
समस्त पदाधिकारीयों ने कहा कि 18 दिसंबर 2024 को जब सी एम आवास कूच था तो सरकार ने आनन-फानन में गुरिल्ला पदाधिकारियों को वार्ता के लिए बुलाया जिसमें प्रमुख गृह सचिव शैलेश बगौली की अध्यक्षता में वार्ता हुई और सरकार ने आनन-फानन में 20 दिसंबर 2024 को मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में एवं समस्त सचिवों के साथ एक आपातकालीन मीटिंग सचिवालय में हुई थी।
जिसमें सचिव स्तर से तुरंत कार्रवाई का आश्वासन पदाधिकारीयों को दिया गया था। लेकिन एक महीना बीतने के बावजूद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसमें समस्त उत्तराखंड के गुरिल्ला एवं पदाधिकारी बड़े आक्रोशित हैं ।
समस्त गुरिल्ला संगठन के पदाधिकारीयों ने सरकार को दी चेतावनी
समस्त गुरिल्ला संगठन के पदाधिकारीयों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर सरकार 10 फरवरी तक गुरिल्लाओ को नौकरी एवं पेंशन नहीं देती है तो समस्त उत्तराखंड के गुरिल्ला 16 फरवरी को देहरादून कूच करेंगे। और 17 फरवरी को अपने पुराने मांगों पर अड़ीग और 17 फरवरी को अनिश्चितकालीन के लिए सी एम आवास कूच करेंगे। और आत्मदाह जैसे कदमों के लिए मजबूर होंगे। जिसकी पूरी जिम्मेदारी धामी सरकार एवं उत्तराखंड शासन की होगी।