झाँसी में गो सेवा आयोग की ऐतिहासिक मंडलीय समीक्षा बैठक, गौवंश संरक्षण और प्राकृतिक कृषि को बढ़ावा देने की योजना

लखनऊ -: उत्तर प्रदेश गो सेवा आयोग ने झाँसी मंडल के वीरभूमि ग्राम पलिंदा में एक ऐतिहासिक मंडलीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया। यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गौवंश संरक्षण, संवर्धन और प्राकृतिक कृषि के प्रति गहरी प्रतिबद्धता से प्रेरित था और इसे एक आध्यात्मिक, सांस्कृतिक तथा जनआंदोलन के रूप में देखा गया।
बैठक की अध्यक्षता श्री श्याम बिहारी गुप्ता, अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश गो सेवा आयोग ने की, और इसमें आयोग के उपाध्यक्ष महेश शुक्ल, सदस्य रमाकांत उपाध्याय और राजेश सिंह सेंगर भी उपस्थित रहे। बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए जिनमें गोशालाओं के निर्माण में पारदर्शिता और जवाबदेही, गौवंशों के लिए नियमित टीकाकरण और स्वास्थ्य सेवाओं का सुदृढ़ीकरण शामिल है।इसके अलावा, गोमूत्र और गोबर आधारित प्राकृतिक कृषि को बढ़ावा देने के लिए योजनाएँ बनाई गईं।
मंडल स्तर पर 50 नए बायोगैस संयंत्रों की स्थापना का रोडमैप तय किया गया है, और किसानों को जैविक खेती में प्रशिक्षित करने के साथ-साथ पंचगव्य आधारित स्वरोजगार को प्रोत्साहित किया जाएगा।ग्राम पलिंदा को आदर्श प्राकृतिक कृषि ग्राम के रूप में विकसित किया जाएगा, जहाँ के प्रत्येक परिवार को गौसेवा और आत्मनिर्भरता से जोड़ा जाएगा।
इसके साथ ही मंडल स्तर पर ‘गोसेवा उत्कृष्टता केंद्र’ की स्थापना की योजना बनाई गई है, जहाँ पारदर्शिता और नवाचार के माध्यम से गोसेवा को नया आयाम मिलेगा।कार्यक्रम के शुभारंभ में “गौमूत्र संग्रह एवं बायोगैस संयंत्र” का उद्घाटन भी किया गया। इस आयोजन को सफल बनाने में ग्राम प्रधान कालीचरण पाल और कृषक प्रतिनिधि हुकुम सिंह राजपूत की महत्वपूर्ण भूमिका रही।