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महाप्रबंधक ने उत्तर रेलवे की प्रगति की समीक्षा की
- रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में वृद्धि पर बल
- गतिशीलता वृद्धि, संरक्षा और ढांचागत कार्यों की समीक्षा
- समयपालनबद्धता में सुधार पर बल
- 1105 क्रेक रेलगाडि़यां चलाई गई (14.07.2022 से 20.07.2022 तक)
- संरक्षा को बहतर बनाने के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वालों को संरक्षा पुरस्कार प्रदान किए गए एवं एक संरक्षा पुस्तिका का अनावरण भी किया गया
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक श्री आशुतोष गंगल ने उत्तर रेलवे के प्रमुख विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों के साथ उत्तर रेलवे की कार्य प्रगति की समीक्षा की । बैठक में स्टेशनों पर प्लेटफार्मों का विस्तार, प्लेटफॉर्मों के लेवल में वृद्धि, वॉशेबल एप्रनों, दूसरे प्रवेश द्वार का प्रावधान, फुट-ओवर ब्रिजों, एस्केलेटरों, दिव्यांगजनों के लिए लिफ्टों की सुविधा, मुखद्वार सहित स्टेशन भवन का सुधार जैसी यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराने पर चर्चा की गयी। उन्होंने गतिशीलता वृद्धि, विकासात्मक बुनियादी कार्यों, मालभाड़ा लदान और रेलपथों पर संरक्षा की भी समीक्षा की।
कार्य प्रगति की समीक्षा के साथ-साथ महाप्रबंधक ने यात्रियों और रेल सम्पत्ति की संरक्षा एवं सुरक्षा के लिए उच्चतर मानकों को बनाए रखने में उत्कृष्ट योगदान देने वाले पॉंच रेल कर्मचारियों को सजगता के लिए संरक्षा पुरस्कार प्रदान किए गए । इस अवसर पर महाप्रबंधक ने एक संरक्षा पुस्तिका का अनावरण भी किया ।
श्री गंगल ने बताया कि मालभाड़ा परिवहन में रॉलिंग स्टॉक के बेहतर उपयोग के लिए उत्तर रेलवे ने दिनांक 14.07.2022 से 20.047.2022 के बीच 1105 क्रेक रेलगाडि़यों का परिचालन किया । उन्होंने कहा कि इस तरह की और अधिक रेलें चलाई जायेंगी । उन्होंने मानव शक्ति और क्रू के बेहतर प्रबंधन की आवश्यकता पर बल दिया।
महाप्रबंधक ने रेलगाड़ियों की समयपालनबद्धता के बेहतर रिकॉर्ड को बनाए रखने और गतिशीलता को बढ़ाने से संबंधित कार्यों में तेजी लाने तथा कार्यों की प्रगति की जांच के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने रेलपथों और वैल्डों के अनुरक्षण मानकों को बेहतर बनाने तथा रेलपथों के निकट पड़े स्क्रैप को हटाने के लिए जोन पर किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। महाप्रबंधक ने पेडों की छटाई करने और रेलपथों के आसपास उग आई वनस्पतियों को साफ किए जाने के कार्यों का जायजा लिया।
श्री गंगल ने रेल परिचालन में मानवीय असफलताओं को कम करने तथा रेल दरारों और रेल वैल्डों की गहन निगरानी करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इन कामों में कोई त्रुटि नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कार्यों की प्रगति और रेल परिचालन से संबंधित निरीक्षणों को बढ़ाने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि खाद्यान्नों एवं अन्य मदों के लदान में प्रत्येक गुजरते माह के साथ वृद्धि हुई है। उत्तर रेलवे अपने उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।