हरिव्दार में गंगा दिखी रौद्र रूप में
स. सम्पादक शिवाकान्त पाठक
हरिद्वार में गंगा अपने प्रचंड वेग के साथ अपने भयंकर रूप को धारण किये हुए है ,और इस वक़्त अपने सामने आने वाली हर चीज को तबाह करने के रूप में है.
गंगा अपने उफान पर आ चुकी जहाँ गंगा के पानी को हरकी पौड़ी से विस्थापित कर बैरागी केम्प की और से निकला गया है ,साथ ही चिल्ला पावर बैराज के सभी बाँध को खोल दिया गया है ताकि गंगा के रास्ते मे किसी प्रकार की बाधा न आ सके .जब बैराज से गंगा के स्तर की जानकारी ली गयी तो वो लगभग 290 मीटर बताया गया, इसका मतलब पानी काफी ऊँचाई तक पहुँच चुका है .
जहाँ प्रदेश में लगातार बारिश को लेकर अलर्ट मिल रहे है वही इन अलर्ट के बाद भी पहाड़ के लोगों को इस बारिश से काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है
एक और इस बरसात ने पहाड़ से कई लोगो के रोजगार छीने है वही दूसरी और गंगा के इस रुद्र रूप ने कई लोगो के चूल्हे को आग देने का काम किया .जिसमें कई लोग अपने जीवनयापन के लिए गंगा की गोद मे जाकर बहाव के साथ आई लकड़ियों को पकड़ रहे है.
ये लोग अपनी जान की बाजी लगाकर अपने पेट की आग बुझाने के चक्कर मे गंगा की गोद से लकड़ियां इकठ्ठी कर रहे है और इनको बेच कर अपनी रोजी रोटी का इंतजाम करने में लगे .इन्हें इस बढ़े हुए जलस्तर से कोई खौफ़ नही ,इन्हें मौत का भी कोई डर नहीं इन्हें बस जो लकड़ी दिखी है कुछ भी करके उसे किनारे तक लाना है और अपने खाने का इंतजाम करना है क्या यही वो भूक के जो इंसान को कुछ भी करने पर मजबूर कर देती है !