French company Naval Group : नेवल ग्रुप पी-751 भारत की परियोजना से पीछे हटा फ्रांस, जाने पूरी खबर
नई दिल्ली। French company Naval Group : नेवल ग्रुप पी-751 भारत की परियोजना से पीछे हटा फ्रांस, जाने पूरी खबर… फ्रांसीसी कंपनी नेवल ग्रुप ने मंगलवार को कहा कि वह प्रस्ताव निवेदन (आरएफपी) में उल्लिखित एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्सन (एआइपी) प्रणाली से संबंधित शर्तो की वजह से केंद्र सरकार की पी-751 परियोजना में हिस्सा लेने में असमर्थ है। इस परियोजना के तहत घरेलू स्तर पर भारतीय नौसेना के लिए छह पारंपरिक पनडुब्बियों का निर्माण किया जाना है। नेवल ग्रुप की तरफ से यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की फ्रांस यात्रा से एक दिन पहले की गई है।
French company Naval Group : पीएम मोदी और इमैनुअल मैक्रों की मुलाकात से एक दिन पहले?
यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की इमैनुअल मैक्रों से मुलाकात होने वाली है जो हाल ही में दोबारा फ्रांस राष्ट्रपति चुने गए हैं। एआइपी प्रणाली से एक पारंपरिक पनडुब्बी को तेज रफ्तार में भी अधिक समय तक पानी में डूबे रहने में सक्षम बनाती है। पिछले साल जून में रक्षा मंत्रालय ने पी-751 परियोजना को मंजूरी दी थी। साथ ही चयनित दो भारतीय कंपनियों को आरएफपी जारी किए गए थे।
फ्रांस का नेवल ग्रुप पी-751 भारत की परियोजना से हट गया पीछे
इन कंपनियों में निजी क्षेत्र की लार्सन एंड टूब्रो और सरकारी क्षेत्र की मजगांव डाक लिमिटेड शामिल हैं। 43,000 करोड़ रुपये की इस परियोजना के लिए रणनीतिक साझेदार कही जाने वाली इन दो भारतीय कंपनियों को शार्टलिस्ट की गई पांच विदेशी कंपनियों में से किसी एक साथ समझौता करने के बाद आरएफपी पर अपना जवाब दाखिल करना था। इन पांच में फ्रांसीसी कंपनी भी शामिल थी।
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नेवल ग्रुप इंडिया के कंट्री हेड एवं प्रबंध निदेशक लौरेंट वीडियू ने कहा कि आरएफपी में शर्तो के कारण दोनों रणनीतिक साझेदार ने उनकी या कुछ दूसरी विदेशी कंपनियों को आवेदन नहीं भेजा, जिसके उनकी कंपनी आधिकारिक तौर पर इस परियोजना के लिए बोली लगाने में सक्षम नहीं है। नेवल ग्रुप ने कहा कि एआइपी की शर्त को पूरा करने में वह सक्षम नहीं है, क्योंकि फ्रांस की नौसेना में इस प्रोपल्सन प्रणाली का उपयोग नहीं होता है।