गौमूत्र ( cow urine)छिड़कने से मिली आजादी?

मुंबई. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख (बालासाहेब गुट) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर निशाना साधते हुए आरएसएस पर भी तंज कसा. महाराष्ट्र के रत्नागिरी में एक रैली को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि हमें भारत को गुलामी के चंगुल में नहीं आने देना है, अगर ऐसा न हुआ तो 2024 का चुनाव आखिरी होगा. उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘मैं यहां देश की आजादी बचाने के लिए खड़ा हुआ. जिनका आजादी से कोई लेना-देना नहीं है वो आज गद्दी पर बैठे हैं. क्या देश को गोमूत्र ( cow urine) छिड़क कर आजादी मिली है? बलिदान देन से ये आजादी मिली है.’
ठाकरे ने इसके साथ ही शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट को बालासाहेब ठाकरे का नाम इस्तेमाल करने को लेकर चुनौती भी दी. उद्धव ठाकरे ने कहा, निर्वाचन आयोग ने शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न छीन लिया है, लेकिन वह पार्टी को हमसे नहीं छीन सकते.
उद्धव ठाकरे ने कहा, सरदार पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया, उन्होंने सरदार पटेल का नाम चुराया. इसी तरह, उन्होंने सुभाष चंद्र बोस को चुरा लिया और बाला साहेब ठाकरे के साथ ऐसा ही किया. मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वे शिवसेना के नाम पर और बिना बाला साहेब ठाकरे की फोटो के बजाय मोदी के नाम पर वोट मांगें. उन्होंने कहा निर्वाचन आयोग ने शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न छीन लिया है, लेकिन वह पार्टी को हमसे नहीं छीन सकते.
शिंदे गुट पर साधा निशाना
ठाकरे ने अपने संबोधन में कहा कि, हमें यह तय करना है कि जिनका स्वतंत्रता संग्राम से कोई संबंध नहीं है और पशु प्रवृत्ति है उन्हें 2024 में दफन कर देना चाहिए. हमें शपथ लेनी है कि हम भारत माता को गुलामी के चंगुल में नहीं आने देंगे.
ठाकरे ने कहा धनुष-बाण (पार्टी चिन्ह) चुराने वालों को मैं अपने सामने बुलाता हूं और मैं मशाल लेकर आपके सामने आता हूं. महाराष्ट्र जो तय करेगा मैं करूंगा, अगर आप लोग मुझे घर जाने के लिए कहेंगे तो मैं जाऊंगा. लेकिन मैं घर पर नहीं बैठूंगा अगर चुनाव आयोग जो सत्ता में बैठे लोगों का गुलाम हैं, मुझसे ऐसा करने के लिए कहता है तो इसके बावजूद भी.