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वन विभाग शामली द्वारा सहजन पौध वितरण कार्यक्रम !

दिनांक -: ( 26 जुलाई 2025 )-: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित वृक्षारोपण महाअभियान-2025 के अंतर्गत, माननीय मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में आज दिनांक 26 जुलाई 2025 को शामली वन प्रभाग द्वारा जनपद के विभिन्न विकास खंडों – शामली, कांधला, कैराना, ऊन एवं थानाभवन में सहजन पौध वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम विशेष रूप से प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के लाभार्थी परिवारों को ध्यान में रखते हुए आयोजित किया गया, जिससे पर्यावरणीय संरक्षण के साथ-साथ ग्रामीण परिवारों को पोषण व आर्थिक रूप से भी सशक्त किया जा सके।
इस अवसर पर कुल 208 लाभार्थियों को दो-दो पौधों के हिसाब से कुल 416 सहजन पौधे वितरित किए गए। कार्यक्रम के दौरान लाभार्थियों को सहजन पौधे के औषधीय, पोषण एवं आर्थिक महत्व के विषय में तकनीकी जानकारी प्रदान की गई, साथ ही पौधों की देखभाल, उचित रोपण पद्धति तथा जैविक उर्वरक उपयोग संबंधी प्रशिक्षण भी दिया गया, जिससे दीर्घकालिक लाभ सुनिश्चित हो सके। सहजन एक बहुउपयोगी वृक्ष है जो ग्रामीण परिवेश में पोषण, स्वास्थ्य, आयवृद्धि एवं पारिस्थितिक संतुलन के लिए अत्यंत उपयोगी माना जाता है। इसकी पत्तियों, फली, बीज व जड़ों में प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, तथा विटामिन्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो कुपोषण से ग्रस्त परिवारों के लिए अत्यंत लाभकारी हैं।
इसके अतिरिक्त सहजन की फली एवं पत्तियाँ स्थानीय बाजार में बिक्री हेतु उपयुक्त होती हैं, जिससे ग्रामीण परिवारों को अतिरिक्त आय प्राप्त हो सकती है। इसके बीज से तेल निकालकर आयुर्वेदिक एवं औद्योगिक उपयोग में लाया जा सकता है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल मिलता है। पर्यावरणीय दृष्टिकोण से यह वृक्ष तेज़ी से बढ़ने वाला, जल संरक्षण में सहायक, कार्बन अवशोषणकर्ता तथा मृदा कटाव को रोकने वाला सिद्ध होता है।
शामली वन प्रभाग द्वारा चलाया गया यह कार्यक्रम न केवल पौध वितरण तक सीमित रहा, अपितु लाभार्थियों को पर्यावरणीय उत्तरदायित्वों के प्रति जागरूक कर ‘हरित ग्राम–समृद्ध ग्राम’ की अवधारणा को व्यवहार में उतारने की दिशा में एक सशक्त प्रयास रहा। जनसहभागिता आधारित इस कार्यक्रम में ग्रामीण समुदाय की सक्रिय सहभागिता सराहनीय रही, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि वृक्षारोपण एक अभियान न रहकर ग्रामीण जीवनशैली का स्थायी हिस्सा बने।