दस दिन तक चीन देखेगा की ताकत, मालाबार युद्धाभ्यास में भारत का शक्ति प्रदर्शन शुरू

समुद्र में चीन की आक्रमकता के बीच भारतीय नौसेना के दो एडवांस युद्धपोत आईएनएस शिवालिक और आईएनएस कमोर्ता पहले ही जापान के योकोसुका पहुंच चुके हैं. ये युद्धपोत आज मंगलवार को मालाबार युद्धाभ्यास में शामिल होंगे. युद्धाभ्यास में भारत के अलावा जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाओं शामिल हैं. ये चारों देश चतुर्भुज सुरक्षा संवाद यानी क्वाड का भी हिस्सा हैं. मालाबार एक्सरसाइज आज आठ नवंबर से जापान के योकोसुका बंदरगाह से सटे समंदर में 18 नवंबर तक आयोजित की जाएगी.
चीन की बढ़ती सैन्य ताकत के बीच युद्धाभ्यास
युद्धाभ्यास ऐसे समय किया जा रहा है जब चीन की दक्षिण चीन सागर और पूर्वी चीन सागर में बढ़ती सैन्य ताकत को लेकर वैश्चिक चिंता बढ़ती जा रही है. अधिकारियों ने बताया कि दो युद्धपोतों के अलावा भारतीय नौसेना पी-8आई लंबी दूरी तय करने वाली समुद्री टोही और पनडुब्बी रोधी विमान सहित अन्य साजों सामान की तैनाती करेगी.
एक अधिकारी ने बताया कि आईएनएस शिवालिक बहु उद्देशीय निर्देशित मिसाइल स्टील्थ फ्रिगेट है जबकि आईएनएस कमोर्ता पनडुब्बी रोधी पोत है. दोनों पोत भारतीय नौसेना के विशाखापत्तनम स्थिति पूर्वी बेड़े का हिस्सा हैं.
अमेरिकी कमांडर से चर्चा करेंगे कमांडर भल्ला
अधिकारियों ने बताया कि भारतीय नौसेना के पूर्वी बेडे के कमांडर रियर एडमिरल संजय भल्ला मालाबार युद्धाभ्यास के दौरान अमेरिकी नौसेना के सातवें बेड़े के कमांडर और एस्कोर्ट फोर्स-3 (जेएमएसडीएफ) कमांडर के साथ युद्ध तैयारियों पर चर्चा करेंगे.
गौरतलब है कि भारत के न्योते पर वर्ष 2020 में ऑस्ट्रेलिया ने पहली बार मालाबार में हिस्सा लिया. युद्धाभ्यास में जापान और ऑस्ट्रेलिया के जुड़ने के बाद से चीन इससे नाखुश रहा है. मालाबार एक्सरसाइज करीब तीस साल पहले भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शुरू हुई थी.