ब्लैक होल के घूमने का मिला पहला प्रत्यक्ष प्रमाण(ब्लैक होल )

नई दिल्ली. लंबे समय से अंतरिक्ष में ब्लैक होल (ब्लैक होल ) को लेकर थ्योरीज सामने आती रही हैं. पहली बार वैज्ञानिकों को इसे लेकर एक प्रत्यक्ष प्रमाण मिला है. दावा किया जा रहा है कि यह प्रमाण अंतरिक्ष में ब्लैक होल के घूमने को साबित करता है. इस जांच ने खगोलविदों को रहस्यमय खगोलीय पिंडों के बारे में नई अंतर्दृष्टि दी. वैज्ञानिकों ने सुपरमैसिव ब्लैक होल पर ध्यान केंद्रित किया, जो पड़ोसी मेसियर 87 (एम87) आकाशगंगा के केंद्र में मौजूद है. इवेंट होराइज़न टेलीस्कोप के माध्यम से मेसियर 87 (M87) आकाशगंगा की छाया की तस्वीर ली जा सकी है.
अन्य सुपरमैसिव ब्लैक होल की तरह, M87 में भी शक्तिशाली जेट हैं, जिन्हें ध्रुवों से लगभग प्रकाश की गति से अंतरिक्ष में लॉन्च किया गया था. अब तक, वैज्ञानिकों का मानना था कि ब्रह्मांडीय जेट ब्लैक होल के घूमने से संचालित होते हैं. हालांकि, अब तक उनके पास कोई प्रत्यक्ष प्रमाण नहीं था. बातचीत के दौरान इस अध्ययन के सह-लेखक और जापान के राष्ट्रीय खगोल विज्ञान वेधशाला के डॉ. काज़ुहिरो हाडा ने कहा, ‘इवेंट होराइजन टेलीस्कोप की मदद से इस गैलेक्सी में ब्लैक होल इमेजिंग में सफलता मिली. हालांकि क्या यह ब्लैक होल घूम रहा है या नहीं, यह वैज्ञानिकों के लिए जांच का विषय था. अब यह आशंका निश्चितता में बदल गई है. यह स्पष्ट हो गया है कि ब्लैक होल असामान्य रूप से घूम रहा है.
शंघाई एस्ट्रोनॉमिकल ऑब्जर्वेटरी के प्रमुख लेखक डॉ रु-सेन लू ने कहा कि वैज्ञानिक समुदाय ब्लैक होल के आसपास के क्षेत्र से निकलने वाले जेट के बारे में जानते हैं. लेकिन हम अभी भी पूरी तरह से नहीं समझ पाए हैं कि यह कैसे होता है. लू ने कहा, उन्होंने कहा कि उन्हें जेट की उत्पत्ति को ब्लैक होल के जितना करीब संभव हो निरीक्षण करने की आवश्यकता है.