जमकर हो रही क्रॉस वोटिंग,(Cross voting ) असम में विधायकों ने बदला पाला

नई दिल्ली:भारत के 15वें राष्ट्रपति चुनाव में मतदान का दौर जारी है। दिल्ली से लेकर राज्यों की विधानसभाओं में सांसद और विधायक वोट डाल रहे हैं। इस दौरान 4 हजार से ज्यादा सांसद और विधायक सर्वोच्च पद के लिए उम्मीदवार के नाम पर मुहर लगाएंगे। एक ओर जहां NDA की तरफ से झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू मैदान में हैं। वहीं, विपक्ष के साझा उम्मीदवार पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा हैं। इधर, सोमवार से संसद का मानसून सत्र भी शुरू होने जा रहा है। सत्र के दौरान जमकर हंगामे के आसार हैं।
हरियाणा कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई ने पिछले महीने राज्य सभा केचुनाव में क्रॉस वोटिंग (Cross voting ) की थी। अब उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर भी कहा है कि उनके मन ने जिस बात की गवाही दी, वही किया है। माना जा रहा है कि उन्होंने एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है।
कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी, शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे ने वोट डाला। बता दें कि शाम 5 बजे तक वोटिंग की प्रक्रिया चलेगी। सुबह 10 बजे मतदान शुरू हो गया था। 21 जुलाई को वोटों की गिनती होगी और 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होगा।
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने राष्ट्रपति चुनाव में अपना वोट डाला। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद हरभजन सिंह और भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
असम में एआईयूडीएफ ने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन देने के बात कही थी लेकिन यहां कांग्रेस के विधायकों ने जमकर क्रॉस वोटिंग की। बताया जा रहा है कि लगभग 20 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है। वे कांग्रेस की मीटिंग में भी नहीं पहुंचे थे। एआईयूडीएफ विधायक करीमुद्दीन ने यह दावा किया है।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष और सांसद सोनिया गांधी, शशि थरूर और दिग्विजय सिंह वोट डालने संसद भवन पहुंचे। उधर हरियाणा में सीएम मनोहरलाल खट्टर ने अपना वोट डाला।
अरुणाचल प्रदेश की विधानसभा में वोटिंग खत्म होने वाली है। यहां 60 में से 59 विधायकों ने वोट डाल दिया है। तेलंगाना में भी वोटिंग जारी है। मुख्यमंत्री केसीआर ने अपनो वोट डाला।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने कहा है कि वह मुलायम यादल को आईएसआई एजेंट कहने वाले यशवंत सिन्हा का कभी समर्थन नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि सपा के नेता जो नेता जी सिद्धांतों को मानते हैं वे यशवंत सिन्हा का समर्थन नहीं करेंगे। पढ़ें पूरी खबर
लोकसभा की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। उधर राष्ट्रपति चुनाव में केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया, हरदीप सिंह पुरी, समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव और एनसीपी चीफ शरद पवार ने अपना वोट डाला।
रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश में भी क्रॉस वोटिंग हुई है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का समर्थन किया लेकिन सपा के भोजपुरा विधायक शहजील इस्लाम ने क्रॉस वोटिंग की। उन्होंने एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू, कांग्रेस सांसद रणदिप सिंह सुरजेवाला और समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्च ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान किया।
ओडिशा कांग्रेस के विधायक मोहम्मद मुकीम ने दिया एनडीए कैंडिडेट मुर्मू को वोट। वोट देने के बाद बोले यह मेरा निजी फैसला है। मेरे दिल ने जो कहा मैंने वही किया। मेरे मन ने मुझे अपनी मिट्टी के लिए कुछ करने को कहा और इसीलिए मैंने उनक वोट दे दिया।
राष्ट्रपति चुनाव में जारी मतदान प्रक्रिया के बीच ही समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं। शरद पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक कांधल एस जडेजा ने NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है। उन्होंने ही इस बात की पुष्टि की है। खास बात है कि प्रचार अभियान के दौरान पवार, सिन्हा का समर्थन कर रहे थे।
राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस की तरफ से क्रॉस वोटिंग की आशंका जताई गई है। AIUDF विधायक करीमुद्दीन बरभुईया ने कहा, ‘कल कांग्रेस की थी और केवल 2-3 विधायक शामिल हुए। वहां केवल जिला अध्यक्ष थे। विधानसभा में बैठक की क्या जरूरत है?… साफ है कि कांग्रेस क्रॉस वोटिंग कर रही है। ये 20 से ज्यादा हो सकते हैं। आप केवल परिणाम के दिन ही नतीजे देख सकते हैं।’
NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के बीच राष्ट्रपति पद के लिए मुकाबला जारी है। कभी आपने सोचा है कि 2004 के बाद से चार लोकसभा चुनावों और 127 विधानसभा चुनावों में इस्तेमाल होने वाली इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का भारत के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति, राज्यसभा के सदस्यों और राज्य विधान परिषदों के सदस्यों के चुनाव में इस्तेमाल क्यों नहीं किया जाता?
भाजपा को द्रौपदी मुर्मू की जीत का भरोसा
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत का भरोसा जताया है। उन्होंने कहा, ‘मुझे भरोसा है कि 21 जुलाई के नतीजे द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में होंगे। हम 25 जुलाई को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। हरियाणा से उनके पक्ष में उन्हें हमारी गणना से ज्यादा वोट मिलेंगे।’
महाराष्ट्र में शिवसेना विधायक आदित्य ठाकरे ने कहा, ‘आज के राष्ट्रपति चुनाव में शिवसेना द्रौपदी मुर्मू का समर्थन कर रही है। हमें भरोसा है कि राष्ट्रपति चुनाव किसी भी राजनीतिक चुनाव से अलग हैं। यह सर्वोच्च पद है और उचित उम्मीदवार के लिए वोट दिया जाना चाहिए। इसलिए हमने यह फैसला लिया।’
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा, ‘आदिवासी महिला का ऐसे वरिष्ठ पद के लिए खड़े होना ऐतिहासिक है। मुझे उम्मीद है कि उन्हें शानदार जीत मिलेगी। हिमाचल से सभी विधायकों ने मतदान कर दिया है। मुझे उम्मीद है कि हमारे सारे वोट उन्हें मिले हैं, वह जीतेंगी।’
राष्ट्रपति चुनाव के लिए भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व्हीलचेयर पर मतदान करने पहुंचे हैं। वहीं, महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी मतदान किया।
राष्ट्रपति चुनाव में यशवंत सिन्हा के समर्थन का ऐलान कर आम आदमी पार्टी ने बड़ा सस्पेंस कर दिया है। खबर है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस फैसले के तार गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से जुड़े हो सकते हैं। खास बात है कि सिन्हा को वोट देने का फैसला करने वाली आप ने विपक्ष की बैठकों से दूरी बनाई थी। साथ ही कांग्रेस के अलावा आप ही ऐसी पार्टी है, जिसकी एक से ज्यादा राज्य में सरकार है। (यहां पढ़ें पूरी खबर)
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया
राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने कहा, ‘मैं केवल राजनीतिक ही नहीं, बल्कि सरकारी एजेंसियों के खिलाफ भी लड़ रहा हूं। वे बहुत ताकतवर हो गई हैं। वे पार्टियां तोड़ रही हैं, लोगों को वोट देने के लिए मजबूर कर रही हैं। इसमें पैसों का खेल भी शामिल है।’ उन्होंने कहा, ‘यह चुनाव बहुत जरूरी है। यह बताएगा कि देश में लोकतंत्र रहेगा या खत्म होगा। मैं सभी मतदाताओं से अपने दिल की बात सुनने की अपील करता हूं। यह सीक्रेट बैलेट है, मुझे उम्मीद है कि वे अपने विवेक का इस्तेमाल करेंगे और लोकतंत्र बचाने के लिए मुझे चुनेंगे।’
राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने एकबार फिर उन्हें वोट देने की अपील की है। सोमवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने प्रजातंत्र को बचाने के लिए वोट देने की बात कही।
तेलंगाना विधानसभा में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डालने विधायक पहुंचे चुके हैं। तस्वीर हैदराबाद की है।
राष्ट्रपति चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना वोट डाल दिया है। इसके अलावा राज्यों में भी प्रक्रिया शुरू हो गई है। गुजरात में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल वोट देने पहुंचे हैं।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान का दौर शुरू हो चुका है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने अपना वोट दे दिया है।
दार्जिलिंग से भाजपा विधायक नीरज तमांग जिंबा ने कहा, ‘यह केवल औपचारिकता है। वह पहले ही जीत चुकी हैं। आंकड़े कहते हैं कि द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति होंगी। यह खुशी का मौका है। हर जगह से समर्थन मिल रहा है। यह ऐतिहासिक है।’
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में भारतीय जनता पार्टी के विधायक राष्ट्रपति चुनाव में मतदान के लिए निकल चुके हैं। सोमवार सुबह 10 बजे से मतदान शुरू होगा, जो शाम 5 बजे तक जारी रहेगा।
भाषा के अनुसार, राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने राष्ट्रपति चुनाव की पूर्व संध्या पर रविवार को प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू पर तीखा हमला करते हुए कहा कि अगर वह चुनी जाती हैं, तो वह ‘मूक, अदृढ और रबर-स्टाम्प राष्ट्रपति’ बनेंगी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व नेता सिन्हा ने देश भर के सांसदों और विधायकों से ‘संविधान, लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और भारत को बचाने’ में मदद करने के लिए पार्टी-संबद्धता की परवाह किए बिना उन्हें वोट देने की जोरदार अपील की। उन्होंने भाजपा सांसदों से कहा, ‘यह चुनाव आपके लिए भाजपा में बहुत जरूरी सुधार लाने का आखिरी मौका है।’
भारत में राष्ट्रपति का चुनाव इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम के जरिए होता है, जिसमें सांसद और विधायक मतदान करते हैं। चुनाव आयोग की देखरेख में यह पूरी प्रक्रिया होती है। अब सवाल कि क्या होता है इलेक्टोरल कॉलेज? यह ऊपरी और निचले सदन के चुने हुए सदस्यों से मिलकर बनता है। आंकड़ों के लिहाज से बात करें, तो इस चुनाव में 4 हजार 896 मतदाता होंगे। इनमें 543 लोकसभा और 233 राज्यसभा सांसद, सभी राज्यों के 4 हजार 120 विधायक शामिल हैं।
विपक्ष के साझा उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ मैदान में हैं। कांग्रेस, शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया, सीपीआई (एम), अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM), राष्ट्रीय जनता दल, ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी उनका समर्थन करने जा रही हैं।
शिवसेना, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक की बीजू जनता दल, नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड, शिरोमणि अकाली दल, मायावती की बहुजन समाज पार्टी, AIADMK, टीडीपी, वाईएसआरसीपी और चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) शामिल है।