पिता पुलिस बड़ी बेटी डिप्टी जेलर,छोटी बेटी बनेगी एसडीयम (एसडीयम)
सफलता का मंत्र : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने हाल ही प्रांतीय सिविल सेवा परीक्षा 2023 का रिजल्ट जारी किया है. जारी किए गए रिजल्ट में लखनऊ की रहने वाली अंजनी यादव में पूरे प्रदेश में 12वीं रैंक हासिल की है, जिसके बाद अब वह डिप्टी कलेक्टर या एसडीएम बनेंगी. अंजनी के परिवार में सब एक से बढ़कर एक हैं. जहां अंजनी अपनी रैंक के मुताबिक, एसडीएम (एसडीयम) का पद संभालेंगी, वहीं उनके पिता प्रदीप यादन लखनऊ के पुलिस हेडक्वार्टर में तैनात हैं और उनकी बड़ी बहन अंजली यादव कानपुर में डिप्टी जेलर के पद पर कार्यरत हैं.
अंजनी यादव वर्तमान में उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड सुल्तानपुर में कार्य कर रही हैं. उन्होंने यहां नवंबर 2023 में जॉइन किया था. इससे पहले वह करीब 5 साल तक कॉर्पोरेट सेक्टर में भी काम कर चुकी हैं. अंजनी बताती है कि परीक्षा की तैयारी के दौरान उनके पास केवल मां थी, जिन्होंने उन्हें बहुत सपोर्ट किया, इसलिए अंजनी ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां को दिया है. वह कहती हैं कि पिता और बहन अपनी ड्यूटी के कारण उन्हें ज्यादा वक्त नहीं दे पाते थे.
दूसरे प्रयास में मिली सफलता
अंजनी ने बताया कि इस परीक्षा के लिए यह उनका दूसरा प्रयास था. इससे पहले उन्होंने साल 2022 में भी यूपीपीएससी पीसीएस की परीक्षा दी थी, जिसमें उनका सेलेक्शन नहीं हो पाया था. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और साल 2023 में फिर परीक्षा में शामिल हुईं और इस बार प्रालिम्स, मेंस और इंटरव्यू सब क्लियर कर एसडीएम बन गईं.
कभी घड़ी देखकर नहीं की पढ़ाई
अंजनी बताती है कि वह परीक्षा की तैयारी के दौरान समय देखकर पढ़ाई नहीं करती थीं. वह केवल अपने कंटेंट पर फोकस करती थीं और अपने कॉन्सेप्ट क्लियर करने पर ध्यान देती थीं. उन्होंने बताया कि जितनी देर वह फोकस के साथ पढ़ पाती थी, वह उतनी देर तक पढ़ती थीं. उन्होंने प्री से मेंस की परीक्षा तक बिना ब्रेक लगातार कई घंटों पढ़ाई की. इसी दौरान उन्होंने दो प्राइवेट कोचिंग भी जॉइन की, जिससे उन्हें काफी सहायता भी मिली.
लड़कियों की शिक्षा पर करेंगी काम
अंजनी यादव ने कहा कि वह एसडीएम बनने के बाद लड़कियों की शिक्षा पर काम करेंगी, क्योंकि जब एक लड़की पढ़ती है, तो उसके साथ उसका पूरा परिवार भी शिक्षित होता है.