बदहाल बिजली आपूर्ति से भड़के किसान, बंद कराया फीडर
उरई/जालौन। ग्रामीण क्षेत्र में बिजली की समस्या को लेकर उदोतपुरा बिजलीघर पर इलाकाई किसानों ने धरना दिया। विभाग के अधिकारियों ने पुलिस बुलाई तो गुस्साए किसान पूरे क्षेत्र की बिजली बंद कर नारेबाजी करने लगे। मौके पर पहुंचे एसडीएम और एसडीओ ने आक्रोशित किसानों को शांत कराया। अधिकारियों ने बिजली व्यवस्था को सुधारने का आश्वासन दिया है। इस समय खेतों में रबी की फसल की बुआई से पहले किसान खेतों में पलेवा कर रहे हैं। नहरें फुल गेज से नहीं चल रही हैं। दबंग किसान जगह-जगह बंधा बनाकर पानी रोक लेते हैं। इससे आगे के किसानों को पानी नहीं मिल पाता है। बिजली कटौती से नलकूप नहीं चल पा रहे हैं। ग्रामीण इलाकों को पांच से छह घंटे आपूर्ति दी जा रही है। किसानों का आरोप है कि दो से तीन घंटे भी लगातार बिजली नहीं मिल पा रही है। इससे पलेवा नहीं हो पा रहा है। इससे गुस्साए प्रतापपुरा, माहिया, शेखपुरा, सींगपुरा, जगनेवा, हीरापुर सहित एक दर्जन गांवों के एक सैकड़ा से अधिक किसान सुबह आठ बजे उदोतपुरा स्थित बिजलीघर पर धरना प्रदर्शन करने लगे। जानकारी पर जेई पी राम ने पुलिस बुला ली। इस पर किसान भड़क गए। इन्होंने सभी फीडर बंद करा दिए। मौके पर पहुंचे एसडीएम गुलाब सिंह ने एसडीओ कौशलेंद्र सिंह को बुलाकर समस्या के बारे में जानकारी ली। एसडीओ ने बताया कि बिजलीघर में लगे ट्रांसफार्मर पर लोड ज्यादा है। इससे बिजली की आवाजाही बनी रहती है। एसडीएम ने किसानों को भरोसा दिया कि विभाग के अधिकारियों से बात कर जल्द अधिक क्षमता का ट्रांसफार्मर लगवाया जाएगा। तब तक रोस्टर के अनुसार प्रत्येक फीडर को 6-6 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति की जाएगी। बताया कि हदरुख में फीडर स्थापित किया जा रहा है। इससे प्रभावित कुछ गांवों को जोड़ा जाएगा। इस आश्वासन पर लगभग दो घंटे के बाद किसान शांत हुए। इस मौके पर संजू यादव, बबलू यादव, जितेंद्र सिंह, महेंद्र प्रताप, शिव बालक, मलखान सिंह, मनोज कुमार, दीपू गुर्जर, अजय बाबू, सुरेश राठौर, प्रभु दयाल, सुरेश यादव, अमोल सिंह, सोनू पाठक, निशांत पाठक आदि रहे।