परिवार ने एक साथ की खुदखुशी ,छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार का चल रहा शर्मनाक खेल
छत्तीसगढ़:छत्तीसगढ़ के सुदूर जशपुर जिले के बगीचा थाना अंतर्गत पहाड़ी कोरवा दंपति ने अपने दो मासूम बच्चों के साथ रोजगार के अभाव एवं भूख के कारण मौत को गले लगा लिया, जो छत्तीसगढ़ प्रदेश के लिए व छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के लिए अत्यंत शर्मनाक है, भारत सरकार द्वारा प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज प्रतिमाह दिया जाता है वह भी इन पहाड़ी कोरवा वनवासीयों भाइयों को नहीं मिल पाता प्रदेश की कांग्रेस सरकार उसे भी भ्रष्टाचार के खेल में डकार जाती है| पूरे प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा 600 करोड़ से अधिक राशि का खाद्यान्न घोटाला किया गया है, इसकी उच्च स्तरीय जांच करना आवश्यक है, लेकिन राज्य की सरकार उसके लिए भी तैयार दिखाई नहीं देती है, वहीं. जिस गांव में पहाड़ी कोरवा दंपति ने आत्महत्या को अंजाम दिया है, वहा का पूरा क्षेत्र सड़क विहीन है, कोरवा दंपति प्रदेश सरकार में रोजगार नहीं होने के कारण 15 किलोमीटर दूर महुआ बिनने जाते थे. उन्होंने जंगल में ही अपना स्थाई निवास बना रखा था.जशपुर जिले के बगीचा थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सामरबार में सामूहिक आत्महत्या को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव ने एक 06 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है|