विदेश मंत्री एस जयशंकर साइप्रस की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा, आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान को दो टूक

नई दिल्ली, विदेश मंत्री एस जयशंकर साइप्रस की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर हैं। तीन दिवसीय यात्रा के दौरान उन्होंने साइप्रस के पूर्व विदेश मंत्री निकोस क्रिस्टोडौलाइड्स से मुलाकात की। जयशंकर ने ट्विटर पर कहा, “एक पुराने मित्र, पूर्व विदेश मंत्री @Christodulides से मिलकर अच्छा लगा।”इससे पहले शनिवार को जयशंकर ने एक व्यावसायिक कार्यक्रम को संबोधित किया। संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था में तेजी से आगे बढ़ रहा है। हमें एक मजबूत अर्थव्यवस्था वाले देश के रूप में देखा जाता है और हमें एक मजबूत लोकतांत्रिक देश के रूप में भी देखा जाता है। मोदी सरकार की स्पष्ट आर्थिक दृष्टि की वजह से भारत आज के समय प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिए एक शानदार जगह है।विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आतंकवाद को एक उपकरण बनाकर भारत को बातचीत के मेज पर बैठाया नहीं जा सकता। पाकिस्तान पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा कि हम आतंकवाद को भारत को ‘बातचीत की मेज’ पर लाने के लिए मजबूर नहीं होने देंगे।
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जयशंकर ने साइप्रस में प्रवासी भारतीय समुदाय से बातचीत के दौरान पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा, ‘आतंकवाद कभी भी भारत को बातचीत की मेज पर लाने में सक्षम नहीं हो सकता। हम अपने पड़ोसी मुल्कों के साथ-साथ सभी देशों के साथ एक अच्छा रिश्ता चाहते हैं। लेकिन हम आतंकाद का समर्थन करने वाले देशों के साथ कभी खड़े नहीं होंगे।’ उन्होंने सीमा सुरक्षा पर भी जोर देते हुए कहा कि हमारे देश के लिए सीमा सुरक्षा एक चुनौती है। कोविड काल के दौरान सीमाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता काफी बढ़ गई थी। हम सभी जानते हैं कि आज के समय चीन के साथ हमारे रिश्ते सामान्य नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि आज के समय दुनिया, भारत को एक मजबूत लोकतांत्रिक और आर्थिक देश के रूप में देख रही है।उन्होंने यह भी जानकारी दी कि भारत, साइप्रस के साथ तीन समझौतों पर बातचीत कर रहा है, जिसमें दोनों देशों के लोगों के कानूनी आंदोलन को सुविधाजनक बनाने के लिए रक्षा संचालन सहयोग, प्रवासन और गतिशीलता समझौता व अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन पर समझौता शामिल है।