कोरोना के एक्सबीबी1.16 (XBB 1.16)वेरिएंट पर एक्सपर्ट की चेतावनी
नई दिल्ली. देश में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या में हालिया उछाल के बीच, चिकित्सा विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि नया एक्सबीबी1.16 (XBB 1.16) वेरिएंट लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) से बच निकलने में सक्षम है और आने वाले चार सप्ताह बेहद अहम हैं. एक्सबीबी1.16 कोरोना वायरस के ओमिक्रोन स्वरूप का संक्रामक वेरिएंट है.
सर गंगा राम अस्पताल के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ धीरेन गुप्ता ने कहा, ‘एक्सबीबी 1.16 वेरिएंट बच्चों और वयस्कों के बीच कोरोना मामलों में इजाफे का सबसे बड़ा कारण है. यह वेरिएंट इम्यून सिस्टम को चकमा देने की क्षमता रखता है. यह उन लोगों को संक्रमित कर रहा है जिन्हें पिछली लहरों के दौरान कोविड संक्रमण था. उन किशोर और वयस्कों को भी एक्सबीबी 1.16 वेरिएंट निशाना बना रहा है, जिन्हें टीका लगाया गया है.
उन्होंने कहा, ‘इस वेरिएंट के फैलने की संभावना है. एडेनोवायरस और इन्फ्लुएंजा जैसे संक्रमण कोविड से ज्यादा परेशान करने वाले लगते हैं. अगले चार सप्ताह महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं.’ डॉ धीरेन ने यह भी कहा कि XBB 1.16 वेरिएंट को वायरस के पिछले स्ट्रेन की तुलना में अत्यधिक संक्रामक और अधिक घातक माना जाता है.
उन्होंने कहा, ‘पिछले कुछ हफ्तों के दौरान भारत में कोविड मामलों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, इसके लिए ओमिक्रोन के एक नए वेरिएंट XBB 1.16 को जिम्मेदार ठहराया गया है. 12 साल से कम उम्र के बच्चों में मामलों की संख्या भी तेजी बढ़ रही है.’ भारतीय सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) के आंकड़ों के अनुसार एक्सबीबी1.16 स्वरूप के 1,774 मामले 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मिले हैं.
मधुकर रेनबो चिल्ड्रेन हॉस्पिटल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एस. के. नाकरा ने कहा कि कोविड पॉज़िटिव के कुछ मामलों में आखों से जुड़ी परेशानी भी सामने आई है. उन्होंने बताया, ‘तेज बुखार, खांसी, गले में खराश, नाक बहना, सिरदर्द और शरीर में दर्द कोविड-19 के लक्षण हैं. कुछ डॉक्टरों द्वारा लाल चिपचिपी आंखों की भी सूचना दी गई है. हालांकि, यह पहले के स्ट्रेन में भी लगभग 1-3 प्रतिशत कोविड मरीजों में देखा गया था. फिर भी यह कहना जल्दबाजी होगा कि यह लाल आंख एक्सबीबी 1.16 वेरिएंट के साथ अधिक सामान्य है.’