ड्रग्स के धंधे में महिलाओं (women )की एंट्री

रांची. इन दिनों नशे के काले कारोबार में लगातार महिलाओं (women ) की भी एंट्री देखने को मिल रही है. नशे के सौदागर महिलाओं को अपना सॉफ्ट टारगेट बना रहे हैं और फिर उन्हीं की मदद से ड्रग्स का धंधा कर रहे हैं. दरअसल रांची में इन दिनों ड्रग्स सप्लायर कुछ ज्यादा ही एक्टिव हैं. नशे के इन सौदागरों द्वारा महिलाओं का इस्तेमाल करना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन रहा है.
हाल के दिनों में रांची में नशे के कारोबार में महिलाओं की सांठगांठ देखने को मिली है. इस मामलों में कुछ महिलाओं की गिरफ्तारी भी हुई है. इन महिलाओं में ज्योति भारद्वाज उर्फ ज्योति शर्मा भी शामिल है. वह सुखदेव नगर इलाके की रहनेवाली है, पेश से पहले वह मॉडल रही है. ज्योति दिल्ली में रहकर मॉडलिंग किया करती थी. इस दौरान उसकी जान-पहचान कई लोगों से हुई. वहीं उसका क्लब और डिस्को भी जाना होता था. हालांकि कोरोना काल के दौरान वह रांची पहुंची और लॉकडाउन के दरम्यान उसने नशे की दुनिया में कदम रखा. वह कुछ लड़कों के साथ मिलकर ब्राउन शुगर का धंधा करने लगी, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. लेकिन, जेल से निकलने के बाद ज्योति फिर से इस धंधे में लिप्त हो गई और अपनी मां मोनी देवी को भी इस अवैध कारोबार में शामिल कर लिया
रिजवाना ने पति के अवैध कारोबार को संभाला
इसी तरह सुखदेव नगर थाना पुलिस के द्वारा ही कार्रवाई करते हुए रिजवाना ताज नाम की महिला को ब्राउन शुगर सप्लाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. रिजवाना पलामू की रहनेवाली है. रसाल रिजवाना का पति पहले ये काम किया करता था. लेकिन, जब वह गिरफ्तार होकर एनडीपीएस मामले में जेल चला गया तो फिर रिजवाना ने इस अवैध कारोबार की बागडोर को संभाल लिया.
स्कूटी से करती थी नशे के पुड़िया की सप्लाई
वहीं लोअर बाजार थाना पुलिस ने भी एक महिला ड्रग्स सप्लायर को गिरफ्तार किया था जिसका नाम सेन है, जो स्कूटी से घूम-घूम कर स्कूल-कॉलेज के नजदीक नशे की पुड़िया बेचा करती थी. ये भी पहले नशे का सेवन किया करती थी और धीरे धीरे ये ड्रग्स माफियाओं के चंगुल में फंसकर उनका मोहरा बन गई. बताया जाता है कि महिलाओं पर पुलिस को जल्दी शक नहीं होता है. वहीं कानूनी रूप से कई एसओपी है जिस कारण महिलाओं पर कार्रवाई में पुलिस को थोड़ी सतर्कता बरतनी पड़ती है. इसी का फायदा उठाकर नशा कारोबारी महिलाओं के साथ मिली अवैध कारोबार को अंजाम देते हैं. नशे के सौदागर महिलाओं को मोटी राशि का लालच देकर अपने साथ जोड़ते हैं और उनका इस्तेमाल कर पूरे शहर में ड्रग्स की सप्लाई करवाते हैं.
‘पुरुष हो या महिला कार्रवाई जरूर होती है’
हालांकि रांची एसएसपी किशोर कौशल का कहना है कि एनडीपीएस मामलों को लेकर पुलिस गंभीर है. इसे लेकर दिशा निर्देश भी जारी किए गए हैं. वैसे सभी संदिग्ध स्थानों पर भी पुलिस पैनी निगाह रखती है जहां इस तरह का अवैध कारोबार होता है. सूचना के बाद कार्रवाई भी की जाती है. उनका कहना है कि आरोपी महिला हो या पुरुष इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. अगर जानकारी मिलती है तो पुलिस कार्रवाई जरूर करती है.
सॉफ्ट टारगेट होते हैं युवा
इस मामले पर रांची के सिटी एसपी अंशुमान कुमार बताते हैं कि ड्रग्स माफियाओं के टारगेट युवा वर्ग होता है, जिनके पास पैसे हो पहले उन्हें टारगेट किया जाता है. उन्होंने बताया कि युवा पहले ड्रग्स शौकिया तौर पर अपना रुतबा दिखाने के लिए लेते हैं, लेकिन धीरे-धीरे वो इसकी चपेट में आ जाते हैं और फिर वे इसके आदि होकर हैंडलर भी बन जाते है. रांची में भी पब कल्चर बढ़ रहा है. ऐसे में ड्रग्स का काला कारोबार भी पांव पसार रहा है. पुलिस अपनी कार्रवाई करती है लेकिन जरूरी है कि अभिभावक और समाज भी आगे आए और नशे के खिलाफ युवाओं को जागरूक करे.