मैनपुरी लोकसभा सीट का चुनाव कोई आम चुनाव नहीं है, विरासत बचाने और बनाए रखने की अग्नि परीक्षा

मैनपुरी। समाजवादी पार्टी (सपा) के लिए मैनपुरी लोकसभा सीट का चुनाव कोई आम चुनाव नहीं हैए बल्कि विरासत बचाने और बनाए रखने की अग्नि परीक्षा है। इसमें खरा उतरने के लिए सैफई परिवार की बहूरानी डिंपल यादव दिन.रात जुटी हैं।उनकी सादगी और बहू का अंदाज ही उनकी पहचान बन चुका है। बड़ों को देखकर सिर पर पल्लू और सम्मान का भाव। छोटों से अपनापन। डिंपल की कोशिश विरासत को सहेजने के साथ अपनेपन के रिश्ते को बढ़ाने की है।मैनपुरी लोकसभा सीट मुलायम सिंह यादव की कर्मभूमि रही है। मुलायम सिंह यादव ने यहां के लोगों के साथ ऐसा अपनापन का रिश्ता बनाया था कि वह और उनकी पार्टी के प्रत्याशी चुनावों में अजेय रहे। मुलायम के साथ उनके परिवार के भी लोगों के साथ पारिवारिक रिश्ते अब तक बने हुए हैं।
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मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद वर्ष 2022 के उपचुनाव में उनकी पुत्रवधू व अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव सपा से प्रत्याशी बनीं तो उन्होंने पुराने रिश्तों की दुहाई दी। जनता ने भी सहानुभूति की लहर में उनको बंपर जीत दिलाई थी। इस बार डिंपल यादव के सामने भाजपा प्रत्याशी पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह और बसपा प्रत्याशी पूर्व विधायक शिवप्रसाद यादव को हराने की चुनौती है।
उपचुनाव में डिंपल यादव के साथ पार्टी मुखिया अखिलेश यादव सहित पूरा सैफई परिवार प्रचार में उतरा थाए परंतु इस बार परिवार के सदस्यों का बहुत कम समय मिल पाया है। ऐसे में जीत चुनौती को पूरा करने के लिए सैफई परिवार की ये बहुरानी अकेले ही पसीना बहा रही हैं। पूरे प्रचार में अब तक वह साड़ी में ही नजर आई हैं।जरी बॉर्डर वाली हल्के रंग की काटन और हैंडलूम की साड़ियांए ढीले बंधे बाल और माथे पर छोटी सी बिंदिया। कोई गहना नहींए गले में रुद्राक्ष की पतली माला। एक हाथ में काला धागा और दूसरे हाथ में कड़ा। चेहरे पर न के बराबर मेकअपए समर्थकों के बीच उनकी लोकप्रियता को बढ़ाता दिखता है।बुजुर्गों को आगे बढ़करए हाथ जोड़कर अभिवादन करती हैं। इस दौरान पल्लू सिर पर करना नहीं भूलतीं। महिलाओं के साथ संपर्क में भी घर.परिवार की बात छेड़ देती हैं। बुजुर्ग महिलाओं के हाथ आशीर्वाद को उठें तो तुरंत सिर झुकाकर उनका मान रखती हैं।
किसी के घर जाएं तो बच्चों को प्यार और पालतू जानवरों को दुलार करना नहीं भूलतीं। राजनीति के जानकार कहते हैं कि डिंपल यादव का यह आम परिवार की बहू जैसा अंदाज ही उनको प्रचार में खास बना रहा है। इससे लोग सीधे उनसे जुड़ रहे हैं।