चुनाव (Election)आयोग ने हर बार दी अग्नि परीक्षा: मुख्य चुनाव आयुक्त

नई दिल्ली. मुख्य चुनाव (Election) आयुक्त राजीव कुमार ने रविवार को भारतीय निर्वाचन आयोग की चुनौतियों के बारे में बताया. कुमार ने कहा आजाद भारत के इतिहास में भारत के चुनाव आयोग ने 400 विधानसभा चुनाव और 17 लोकसभा चुनाव कराए और कभी भी विवादित परिणाम नहीं दिया. कुमार ने शनिवार को बेंगलुरु में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि कुछ विकसित देशों में जो हो रहा है, उसके विपरीत, भारत में सत्ता का परिवर्तन सुचारू है और ये मतपत्रों से किया जाता है न कि गोलियों से.
कुमार ने ऐलान किया कि चुनाव आयोग ने त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में चुनाव कराने के साथ 400 विधानसभा चुनाव पूरा कर लिया है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भारत में करीब 4200 विधानसभा क्षेत्र हैं और 70 सालों में इन विधानसभाओं में 400 चुनाव कराए गए हैं. इसके अलावा अब तक 17 बार संसदीय चुनाव और 16 बार राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव भी कराए गए हैं.
कुमार ने आगे कहा, इसमें से एक भी परिणाम विवादित नहीं रहा है. ये बदलाव बेहद ही अच्छी तरह से बैलट के जरिए हुआ है न कि बुलेट यानी गोली के जरिए. ये है चुनाव आयोग. विकसित देशों के मुकाबले भारत में सत्ता परिवर्तन बहुत ही आसानी से हो जाता है. आपको उन तस्वीरों को भूलना नहीं चाहिए जो आपने विकसित देशों में चुनाव के बाद सत्ता परिवर्तन के समय देखी होंगी. कुमार ने आगे कहा, पिछले 70 सालों में भारत ने अपने सामाजिक, राजनीतिक, भौगोलिक और भाषाई मुद्दों को स्थिर किया है.
आगामी कर्नाटक चुनाव को लेकर क्या बोले चुनाव आयुक्त
क्या कर्नाटक के लोग फ्री और फेयर इलेक्शन के लिए चुनाव आयोग पर भरोसा करेंगे, इस सवाल के जवाब में मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, इस देश में, लोकतंत्र स्थापित हुआ है. लोकतंत्र इसलिए स्थापित हुआ है क्योंकि हम अपने नतीजों पर भरोसा करते हैं. और हर एक चुनाव के बाद हम अग्नि परीक्षा देते हैं.
त्रिपुरा के चुनावों को याद करते हुए, कुमार ने कहा राज्य में सुर्खियां थीं कि इसने हिंसा को खत्म कर दिया है. उन्होंने चुनावी हिंसा का जिक्र करते हुए कहा, “ये चुनाव आयोग की संस्था है जो बहुत ही मजबूत है जिसका कोई कुछ नहीं कर सकता. अगर कोई ऐसा करना चाहे भी तो नहीं कर सकता है.”
कुमार ने यह भी कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और प्रलोभन मुक्त चुनाव सुनिश्चित करने के लिए नागरिकों की जागरूकता और सहयोग अहम है.
उन्होंने कहा कि नागरिक किसी भी तरह की चुनाव में होने वाली बदसलूकी की सूचना ईसीआई को उसके सी-विजिल एप के जरिए दे सकते हैं. हर शिकायत का 100 मिनट में जवाब दिया जाएगा.
कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल 24 मई को समाप्त हो रहा है. उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग आगामी राज्य विधानसभा चुनावों को स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और प्रलोभन मुक्त तरीके से कराने के लिए प्रतिबद्ध है.”