भारत के लिए बढ़ा दोहरा खतरा!(भारत )
नई दिल्ली: भारत की खुफिया एजेंसियों को पाकिस्तान स्थित संगठनों और प्रो खालिस्तानी संस्थाओं के नेताओं के बीच हुई बैठकों के बारे में इनपुट मिले हैं. जहां उन्होंने भारत (भारत ) के खिलाफ अपने एजेंडे को पूरा करने के लिए एक-दूसरे का समर्थन मांगा है. सूत्रों ने कहा कि खालिस्तानी समूहों को पाकिस्तान के कश्मीर एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए कहा गया है. जबकि पाकिस्तान कूटनीतिक रूप से खालिस्तान मुद्दे का समर्थन करेगा.
इनपुट को सही साबित करते हुए PKE और उनके नेता हाल ही में कश्मीर में हुए कोकेरनाग ऑपरेशन पर वीडियो जारी करते पाए गए. खालिस्तानी समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू और अन्य ने ऑपरेशन पर वीडियो जारी कर भारतीय सेना के खिलाफ बोला. दूसरी ओर PKE ने उस ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों के समर्थन में ऑडियो टेप और वीडियो भी जारी किए. इस ऑपरेशन में भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अपने बहादुर अधिकारियों और जवानों को खो दिया था.
पाकिस्तान सरकार ने कही भड़काने वाली बात
शुक्रवार को पाकिस्तान सरकार ने खालिस्तान आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर और चल रहे विवाद के बारे में बात की. कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने कहा, ‘ये हिंदुत्व के विचारक इस तरह से दुस्साहसी होते जा रहे हैं कि अब वे इस क्षेत्र से बाहर जा रहे हैं.’ खुफिया सूत्रों के मुताबिक पिछले 10 दिनों में पाकिस्तानी संगठनों और PKE के बीच टोरंटो और ओटावा में कई बैठकें हुई हैं. सूत्रों ने कहा कि सभी एजेंसियों को खालिस्तानी आतंकवादी समूहों और उनके सदस्यों के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया और जांच में तेजी लाने के लिए कहा गया है.
इस बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने मार्च 2023 में अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमले और तोड़फोड़ के 10 वांटेड आरोपियों की तस्वीरें जारी की हैं और आम जनता से उनके बारे में जानकारी मांगी है. एजेंसी ने कनाडा के साथ चल रहे राजनयिक मुद्दे के बावजूद जांच तेज कर दी है और आरोपियों के खिलाफ तीन अलग-अलग ‘पहचान और सूचना के लिए अनुरोध’ नोटिस जारी किए हैं, जिसमें महत्वपूर्ण जानकारी मांगी गई है जिससे उनकी गिरफ्तारी हो सके.
पाकिस्तान के भी कई भगोड़े कनाडा में रह रहे हैं
लिस्ट के मुताबिक, विदेश में रहने वाले एक दर्जन गैंगस्टरों में से 80 फीसदी कनाडा में हैं. एजेंसियों ने कहा कि गैंगस्टरों के पते के साथ कई इनपुट और सूचनाएं कनाडा के साथ शेयर की गई हैं लेकिन ट्रूडो सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. इसी तरह सूत्रों ने कहा कि भारतीय एजेंसियों ने पाया है कि पाकिस्तान से कई भगोड़े कनाडा चले गए हैं और वहां रह रहे हैं.