20 जनवरी को होगा डोनाल्ड ट्रंप का शपथ ग्रहण( डोनाल्ड ट्रंप)
वाशिंगटन: अमेरिका में पिछले साल नवंबर के महीने में चुनाव हुए थे। चुनाव के बाद देश को डोनाल्ड ट्रंप के रूप में नया राष्ट्रपति मिल चुका है। ट्रंप ( डोनाल्ड ट्रंप) दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए हैं और 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। ट्रंप के शपथ ग्रहण को लेकर पूरी तैयारी की गई है और पूरी दुनिया निगाहें अमेरिका में होने वाले इस खास समारोह पर रहेंगी। तो चलिए ऐसे में आपको बताते हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति को कौन शपथ दिलाता है और स्पीच से इनॉग्रल बॉल तक क्या प्रक्रिया होती है। सबसे पहले यह जानते हैं कि शपथ ग्रहण के लिए 20 जनवरी की तारीख ही क्यों तय गई है।
राष्ट्रपति की शपथ 20 जनवरी ही क्यों?
अमेरिकी राष्ट्रपति की शपथ 20 जनवरी को ही क्यों इसे जानने के लिए थोड़ा इतिहास में पीछे चलना होगा। अमेरिकी संविधान 1789 में अस्तित्व में आया था। 1789 से 1933 तक नया राष्ट्रपति 4 मार्च को शपथ लेता था। लेकिन, 1933 में संविधान में 20वें संशोधन किया गया। यह संशोधन नेब्रास्का के सीनेटर जॉर्ज नॉरिस की पहल पर हुआ था। इसके बाद फ्रैंकलिन डी रूसवेल्ट अमेरिका के पहले राष्ट्रपति थे जिन्होंने 1933 में 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ ली। चुनाव नवंबर में और शपथ जनवरी में, अमेरिका में इतना लंबा गैप जानबूझकर रखा गया है जिससे मौजूदा सरकार इस अवधि में सभी लंबित कामकाज निपटा ले और दोनों सरकारों के बीच सत्ता का हस्तांतरण आसानी से हो सके। अमेरिका में इस अवधि को लेम डक कहा जाता है।
कहां होता है शपथ ग्रहण समारोह
अमेरिका में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन राजधानी वाशिंगटन डीसी में नेशनल मॉल में आयोजित किया जाता है। इस समारोह में हजारों लोग शामिल होते हैं। इसके लिए वहां पर एक विशाल मंच तैयार किया जाता है। इस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति और उनके कैबिनेट के अन्य सदस्य समेत विभागों के प्रमुख चुने गए लोग शपथ लेते हैं।
कौन दिलाता है शपथ
अमेरिका में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति को शपथ दिलाने का जिम्मा संयुक्त राज्य अमेरिका के मुख्य न्यायाधीश (चीफ जस्टिस ऑफ द यूनाइटेड स्टेट्स) के पास होता है। अमेरिकी सर्वोच्च न्यायालय के प्रमुख की अगुवाई में नए राष्ट्रपति अपने कर्तव्यों को संविधान के अनुसार निभाने की शपथ लेते हैं। यह शपथ बेहद साधारण शब्दों में होती है। इसमें राष्ट्रपति इस बात की शपथ लेता है कि वह अमेरिका के संविधान का पालन करेगा। अपने पद की जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा से निभाएगा।
राष्ट्रपति देते हैं उद्घाटन भाषण, फिर होती है परेड
शपथ ग्रहण पूरा होने के बाद अमेरिका का नया राष्ट्रपति अपना उद्घाटन भाषण देता है। इसके बाद खास परेड का आयोजन किया जाता है, जिसे रेड परेड कहा जाता है। इस परेड में राष्ट्रपति से लेकर अमेरिका के अन्य प्रमुख नेता शामिल होते हैं। इसके अलावा शपथ ग्रहण की अंतिम प्रक्रिया के तहत रात में एक भव्य इनॉग्रल बॉल का आयोजन किया जाता है। इसमें अमेरिका के राष्ट्रपति, प्रथम अमेरिकी महिला के अलावा अन्य सभी उच्च पदस्थ अधिकारी मौजूद रहते हैं। इनॉग्रल बॉल वास्तव में अमेरिका में नए राष्ट्रपति के कार्यकाल की शुरुआत का जश्न समारोह होता है। इसमें औपचारिक वेशभूषा में आमंत्रित लोग शामिल होते हैं। इसमें म्यूजिक, खान-पान और मनोरंजन की व्यवस्था होती है।