सालों बाद दिखा डोली(Doli ) दुर्लभ नजारा
बाराबंकी. एक वक्त था जब डोली शादियों की शान हुआ करती थी. दूल्हा डोली पर सवार होकर ससुराल जाता था और उसी पर ही अपनी दुल्हन को लाता था. फिल्मों में भी डोली पर न जाने कितने सीन दिखाए गए. मगर आज वक्त ने करवट ली है. शहरों के साथ गांवों में भी वीआईपी कल्चर प्रभावी हो गया है. डोली से दूल्हा के ससुराल जाने और डोली से दुल्हन लाने की प्राचीन परंपरा जैसे विलुप्त सी हो गई. लेकिन इसी बीच बाराबंकी में हुई एक शादी चर्चा का विषय बनी हुई है. क्योंकि इस शादी में दूल्हा डोली (Doli ) पर बैठकर ही अपनी दुल्हन को लेने गया,
यह मामला बाराबंकी में सिरौलीगौसपुर तहसील क्षेत्र के खोखरपुर गांव का है. यहां कई सालों के बाद पालकी में बैठकर शादी करने के लिए जाता दूल्हा दिखा. दरअसल, दूल्हे ने अपनी शादी में उस परंपरा को फिर से जीवित करने का फैसला किया जिसके तहत पालकी में पालकी में बैठकर दूल्हा शादी करने अपनी ससुराल जाता है.
इसी वजह से पालकी में बैठकर दूल्हा 5 किलोमीटर दूर शादी रचाने पहुंचा. वहीं जिस रास्ते से दूल्हे की डोली गुजरी, वहां मौजूद लोग दूल्हे को रुक कर देखने लगे. जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वही जानकारी के मुताबिक शादी के बाद इसी डोली पर बैठकर दुल्हन अपनी ससुराल पहुंची, जहां देखने के लिए गांव के लोगों की भीड़ लग गई.