चोर से डेटा साझा कर क्या न्याय की उम्मीद मुमकिन? पाकिस्तान सरकार ही तो करती है आतंकवादियों को फंडिंग : संजय झा
नई दिल्ली -: पाकिस्तान के खिलाफ भारत के आतंकवाद विरोधी वैश्विक अभियान के तहत पहला प्रतिनिधिमंडल आज जापान रवाना होगा। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे जदयू सांसद संजय झा ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से खास बात की। उन्होंने इस डेलिगेशन के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया।
जदयू सांसद संजय झा ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, दो बातें हैं। पहली, देश दशकों से आतंकवाद झेल रहा है। यह आतंकवाद हमेशा सीमा पार पाकिस्तान से आया है। यह कोई छुपी हुई बात नहीं है। अतीत में, चाहे 2008 का मुंबई हमला हो या पुलवामा हमला, भारत ने हमेशा सारी जानकारी साझा की। हमने कहा, आइए, जांच में शामिल हों। लेकिन, चोर से ही डेटा साझा करें तो क्या उससे न्याय की उम्मीद की जा सकती है? वहां की सरकार ही आतंकवादियों को फंड करती है, सेना के जरिए प्रशिक्षण देती है, योजना बनाती है और उसे अंजाम देती है।
उन्होंने कहा, यह भारत के खिलाफ एक प्रॉक्सी युद्ध की तरह है। अब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में साफ कह दिया है कि बहुत हो चुका। नौ आतंकी शिविरों को हमारे वायुसेना के जवानों ने पूरी तरह नष्ट कर दिया। जो तस्वीरें सामने आ रही हैं, उनमें सारी जानकारी है। संजय झा ने कहा, हम प्रधानमंत्री का धन्यवाद करते हैं कि वे सात डेलिगेशन भेज रहे हैं। आपने देखा होगा कि जब से ‘ऑपरेशन सिंदूर हुआ है, सारे देश के लोग एकजुट होकर सरकार और सेना के साथ खड़े रहे हैं। सभी पार्टियों के लोग भी इस मुद्दे पर एक साथ हैं। इन सातों डेलिगेशन में सभी पार्टियों के प्रतिनिधि शामिल हैं। जब हम देश से बाहर जाते हैं, तो पार्टी के प्रतिनिधि के रूप में नहीं, बल्कि इंडिया के प्रतिनिधि के रूप में जाते हैं। डेलिगेशन को विदेश भेजने का एक मकसद यह भी है कि पूरा देश इस मुद्दे पर एक है, इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए।