क्या आप भी मिक्स फ्रूट में मिलाते हैं केला?( केला)
केला: कुछ लोग बनाना शेक (केला ( केला) और दूध को घोल) के दीवाने होते हैं. अगर आप बनाना शेक का सिंगल यूज करते हैं तो इससे बहुत फायदा पहुंचता है. लेकिन यदि आप बनाना शेक को किसी अन्य फ्रूट स्मूदी में मिलाकर पीएंगे तो इनमें से फ्लेवेनोल कंपाउंड निकल जाएगा. यानी इसमें से पोषक तत्वों की हानि हो जाएगी और इसका कोई फायदा नहीं मिलेगा. इसलिए भूलकर भी किसी मिक्स फ्रूट स्मूदी के साथ केले को न मिलाएं. दरअसल, फ्लेवेनोल ऐसा कंपाउड है जो दिमाग की तंतुओं को सक्रिय बनाकर उसे हेल्दी बनाता है. इसके अलावा फ्लेवेनोल शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है. अब एक नई रिसर्च में पाया गया कि अगर स्मूदी में केले को मिला दें तो इसमें से फ्लेवेनोल का लेवल बहुत कम हो जाता है. स्टडी के दौरान पाया गया कि फ्लेवेनोल पोलीफेनोल ऑक्सीडेज के विभिन्न स्तरों को प्रभावित करता है. फ्लेवेनोल विभिन्न तरह के फूड और ड्रिंक में पाए जाने वाला नेचुरल कंपाउड है जो बौद्धिक क्षमता और हार्ट की हेल्थ के लिए जरूरी है.
फ्लेवेनोल का स्तर हो जाता है कम
कोकोआ, आड़ू, ब्लैकबेरी, ब्लूबेरी, अंगूर, सेब आदि की स्मूदी में फ्लेवेनोल का स्तर बहुत अधिक होता है. लेकिन यदि इसमें आप केला मिला देंगे तो फ्लेवेनोल का स्तर बहुत कम हो जाएगा. रिसर्च के लेखक जेवियर ओटावियानी ने कहा, “हमने बहुत ही व्यावहारिक स्तर पर यह समझने की कोशिश की कि सामान्य फूड और केले और मिक्स फ्रूट से बनी स्मूदी को ग्रहण करने के बाद यह किस तरह फ्लेवेनोल के स्तर को प्रभावित करता है. इसलिए शोधकर्ताओं ने पोलीफेनोल ऑक्सीडेज की उच्च सक्रियता पर प्रयोग किया. इसके लिए प्रयोग में शामिल लोगों को केले से बनी मिक्स स्मूदी को पिलाया गया. वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों को फ्लेवेनोल की कैप्सूल दी गई.
कॉम्बिनेशन का ध्यान रखना जरूरी
अध्ययन के निष्कर्ष में पाया गया कि जिन लोगों ने बनाना के साथ मिक्स स्मूदी ली उनमें कंट्रोल ग्रुप की तुलना में फ्लेवेनोल का स्तर 84 प्रतिशत कम था. जेवियन ने बताया, वास्तव में इस रिसर्च से आश्चर्यचकित हो गए. क्योंकि जब हम स्मूदी में केले को शामिल करते हैं तो यह फ्लेवेनोल के स्तर को तेजी से कम कर देता है. इससे शरीर में बहुत कम फ्लेवेनोल पहुंचता है. इससे यह बात सामने आई कि स्मूदी बनाने में विभिन्न तरह के फ्रूट को मिलाने से पहले उसके कॉम्बिनेशन के बारे में भी सोचना जरूरी है. एकेडमी ऑफ न्यूट्रिशनिस्ट एंड डायटीक्स के मुताबिक हर इंसान को रोजाना 400 से 600 मिलीग्राम फ्लेवेनोल की जरूरत होती है.