धूप खिलने के बावजूद (धूप खिलने)
मौसम: कश्मीर में मंगलवार को अधिकतर स्थानों पर तापमान जमाव बिंदु से नीचे चले जाने के साथ ही घाटी में शीतलहर का प्रभाव जारी है. दक्षिण कश्मीर का पहलगाम फिलहाल घाटी का सबसे ठंडी लोकेशन रही. जहां न्यूनतम तापमान शून्य से 11 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज हुआ. उत्तरी कश्मीर के गुलमर्ग में तापमान पिछली रात शून्य से 10 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा. दक्षिण कश्मीर के कोकरनाग और काजीगुंड में भी तापमान जीरो से 2.0 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज हुआ. जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से 2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया.
दिल्ली में आज कैसा रहेगा मौसम?
IMD के पूर्वानुमान के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में बुधवार को आंशिक बादल दिखेंगे और सुबह धुंध भी रहेगी. आज वो ठंडी हवाएं जो आपको धूप निकलने (धूप खिलने) के बावजूद सता रही हैं, उनकी रफ्तार 25 से 30 किलोमीटर प्रति घंटा तक रह सकती है. आज अधिकतम तापमान 21 और न्यूनतम 7 डिग्री रहेगा. वहीं गुरुवार 8 फरवरी को आसमान साफ रहेगा. अधिकतम तापमान 21 और न्यूनतम 7 डिग्री तक रहेगा.
मौसम विभाग ने बताई काम की खबर
आगे 10 फरवरी (शनिवार) से 12 फरवरी (सोमवार) तक आसमान साफ रहेगा. आंशिक बादलों की वजह से सूरज आंखमिचोली कर सकता है लेकिन आपके काम की बात ये है कि हवाएं कमजोर पड़ जाएंगी. ऐसे में अधिकतम तापमान बढ़कर करीब 25 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा. वहीं न्यूनतम तापमान 6 से 8 डिग्री तक रह सकता है.
मौसम विज्ञानियों ने बताया कि पहाड़ों में जारी बर्फबारी के कारण उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में निचले स्तर की हवाएं बीते कुछ दिनों की तरह मजबूत स्थिति में रहेंगी. ऐसे में अगले कुछ दिन मैदानों के तापमान में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं होगा. 10 फरवरी तक यहां शुष्क और बर्फीली तेज हवाएं चल सकती हैं.
कश्मीर में ‘चिल्लई कलां’ खत्म शीत लहर जारी
हालांकि, भीषण सर्दी ‘चिल्लई कलां’ की 40 दिन की अवधि समाप्त हो चुकी है, लेकिन कश्मीर में शीतलहर जारी है. घाटी इस समय 20 दिन के ‘चिल्लई-खुर्द’ (भीषण के मुकाबले कम ठंड) की चपेट में है, जिसके बाद 10 दिन के ‘चिल्लई-बच्चा’ (हल्की ठंड) का दौर आएगा.
हिमाचल में बर्फबारी और बारिश, चार नेशनल हाईवे समेत कई सड़कें बंद
स्थानीय मौसम विभाग ने अगले छह दिन यानी 12 फरवरी तक राज्य में शुष्क मौसम की संभावना जताई है. हिमाचल के कई हिस्सों में बर्फबारी और बारिश के चलते नेशनल हाइवे समेत कई सड़कें बंद हैं. हिमाचल इमरजेंसी सेंटर के मुताबिक कई ट्रांसफार्मर फुंक गए और पेयजल आपूर्ति भी प्रभावित हुई है. मौसम विभाग ने कहा कि हिमाचल में जनवरी का मौसम पिछले 17 वर्षों में सबसे ‘शुष्क’ रहा क्योंकि राज्य में सामान्य बारिश 85.3 मिलीमीटर (mm) के मुकाबले 6.8 मिमी बारिश हुई, जो 92 प्रतिशत की कमी दर्शाती है. जनवरी 1996 में 99.6 प्रतिशत और 2007 में 98.5 फीसदी कम बारिश हुई थी.
मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, बीते 36 घंटों में खदराला में चार सेंटीमीटर (cm), भरमौर में तीन cm, कुफरी में दो cm, गोंडला में 1.3 cm और सांगला में 0.5 cm बर्फबारी हुई जबकि कल्पा, कुकुमसेरी, नारकंडा और केलोंग में मामूली बर्फबारी हुई.
हिमाचल में बर्फबारी से टूरिज्म सेक्टर की बल्ले-बल्ले
शिमला होटल एंड टूरिज्म स्टेकहोल्डर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एम के सेठ ने फरवरी में पर्यटकों की अच्छी संख्या की उम्मीद जताते हुए कहा कि बर्फबारी के कारण शिमला में पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि हुई है और पिछले वीकेंड में पहाड़ों में बर्फबारी के मुरीदों की तादाद में 30 से 70 फीसदी इजाफा हुआ है.