डेलावेयर काउंटी कोर्टहाउस भी न्यूयॉर्क ( York City’s )के दिल्ली शहर में मौजूद.

दिल्ली को भारत का दिल कहा जाता है. यहीं पार्लियामेंट है. सरकार यहीं से चलती है. सारे दूतावास यहीं हैं. यहां तक कि देश के हर प्रदेश या यूं कहें कि हर जिले का आदमी यहां आपको मिल जाएगा. कहा जाता है कि दिल्ली में लोग आते अपने मन से हैं और जाते दिल्ली की मर्जी से हैं. हर साल लाखों लोग इस शहर में रहने के लिए आते हैं. मगर कुछ हजार ही लौटते हैं. यही वजह है कि यहां पर विभिन्न राज्यों की संस्कृति की झलक देखने को मिलती है. लेकिन आपको बता दें एक और भारत के अलावा एक और देश में दिल्ली है. यह देश है अमेरिका. यहां के न्यूयॉर्क ( York City’s ) शहर में यह दिल्ली कस्बा बसता है. इसके अलावा पटना, कोचिन, ठाणे, हैदराबाद भी आपको दूसरे देशों में मिल जाएंगे.
आबादी की बात करें तो जहां भारत में दिल्ली की आबाद 2 करोड़ से ज्यादा है, वहीं 2020 की जनगणना के अनुसार न्यूयॉर्क की दिल्ली में कुल आबादी महज 4795 थी. डेलावेयर काउंटी में स्थित इस कस्बे का इतिहास बहुत पुराना है. इतिहासकारों के मुताबिक, 23 मार्च 1798 को तीन शहरों- मिडलटाउन, कॉर्टराइट और वाल्टन को मिलाकर दिल्ली शहर बसाया गया. यह शहर घाटियों से घिरा हुआ है.
संस्थापक के सम्मान में रखा गया दिल्ली नाम
शहर का नाम इसके संस्थापक एबनेजर फुट के सम्मान में रखा गया था, जिन्हें द ग्रेट मोगुल भी कहा जाता था. वहीं, इसके अन्य संस्थापक एरस्टर रूट थे. इसका कुल एरिया 167.3 वर्ग किलोमीटर है. यहां कई प्रसिद्ध इमारते हैं, जिनमें प्रेस्बिटेरियन चर्च, गिदोन फ्रिसबी हाउस, डेलावेयर काउंटी कोर्टहाउस और सोल्जर्स स्मारक शामिल हैं. यहां एक लकड़ी से ढंका पुल भी है, फिच का पुल जो 1870 का है. दिल्ली विलेज हॉल भी यहीं है, जहां न्यूयॉर्क के एंटी-रेंट वॉर के निशान हुआ करते थे.
कई और शहर दूसरे देशों में मिल जाएंगे
इसके अलावा भारत के कई और शहरों के नाम पर जगह कई देशों में मौजूद हैं. जैसे पटना भारत के अलावा आपको स्कॉटलैंड में भी मिल जाएगा. लेकिन वहां एक गांव के रूप में आपको दिखेगा. साल 2020 की जनगणना के मुताबिक, वहां आबादी महज 2070 थी. कोचिन शहर केरल के अलावा जापान में भी मौजूद है. इसी तरह हैदराबाद पाकिस्तान में भी है. यह वहां का 8वां बड़ा शहर है. ठाणे महाराष्ट्र के अलावा क्वींसलैंड में भी मौजूद है. मगर वहां अभी सिर्फ 27 लोग ही रहते हैं.