जहरीली ताड़ी पीने से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ा, 5 की मौत, 31 भर्ती !

हैदराबाद -: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में मिलावटी ताड़ी के सेवन से कुल 5 लोगों की मौत हो गई, 31 से अधिक लोग बीमार होकर अस्पताल में भर्ती हैं. सभी पीड़ितों ने 5 और 6 जुलाई को ताड़ी पी थी, जिसके कुछ ही घंटों बाद उन्हें उल्टी, दस्त और पेट में तेज दर्द की शिकायत होने लगी. मरने वालों में चकली बोजय्याह (55), चौधरीमेटु स्वारोपा (61), कालगल्ला सीताराम (74), मौनिका (25), और मेटला नारायण (40) शामिल हैं. सभी की मौत अलग-अलग अस्पतालों में इलाज के दौरान हुई. कई पीड़ितों की हालत अचानक बिगड़ गई, कुछ बेहोश हो गए और पेशाब में परेशानी आने लगी. शुरुआती लक्षणों को लोगों ने सामान्य समझा, लेकिन बाद में जब गंभीरता बढ़ी तो अस्पताल पहुंचने तक देर हो चुकी थी.
बीमार लोगों को शुरू में विभिन्न अस्पतालों में भर्ती किया गया, लेकिन बाद में उन्हें निम्स अस्पताल में रेफर कर दिया गया. बुधवार शाम तक कुल पीड़ितों की संख्या 31 पहुंच गई, जिनमें से एक की हालत नाजुक बनी हुई है. हैदनगर, शमशीगुड़ा, निजामपेट, इंदिरा हिल्स, और अडगुट्टा जैसे इलाकों से बड़ी संख्या में मजदूरों और स्थानीय निवासियों ने ताड़ी का सेवन किया था. ये लोग आमतौर पर रोज ताड़ी पीते हैं, इसलिए शुरुआती लक्षणों को गंभीरता से नहीं लिया गया. लेकिन समय पर इलाज न मिलने से कुछ लोगों की जान चली गई. अबकारी विभाग के अधिकारियों ने जांच के दौरान पाया कि ताड़ी में अल्प्राजोलम (एक नशे की दवा) और अन्य हानिकारक रसायनों की मिलावट की गई थी. इंद्रनगर की एक दुकान से 66 ग्राम सफेद पाउडर जब्त किया गया है, जिसकी जांच की जा रही है. माना जा रहा है कि यही जहर लोगों की मौत की वजह बना.
इस गंभीर मामले में 5 एफआईआर दर्ज की गई हैं, और 7 लोगों को पुलिस हिरासत में लिया गया है. गिरफ्तार आरोपियों में ताड़ी की दुकानों के संचालक और विक्रेता शामिल हैं. इनमें कूना रवि तेजा गौड, जे. प्रभाकर गौड, कूना साई तेजा गौड, तेगला रमेश, टी. श्रीनिवास गौड, चिंटकिंडी नागेश गौड और बत्ती श्रीनिवास गौड के नाम शामिल हैं.चारों दुकानों से 350 मिलीलीटर के नमूने एकत्र किए गए हैं और उन्हें परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है. अब तक 674 लीटर ताड़ी नष्ट की जा चुकी है. जांच में पाया गया है कि इनमें से दो दुकानों के मालिक कांग्रेस नेता कूना सत्यनारायण गौड के बेटे हैं, जो जांच का नया पहलू खोल सकते हैं. जैसे-जैसे पीड़ितों की संख्या बढ़ रही है, बालनगर क्षेत्र की पुलिस, मेडचल जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. उमा और आबकारी अधिकारी मिलकर समन्वय कर रहे हैं. सभी संबंधित इलाकों में जांच तेज कर दी गई है और अन्य दुकानों से भी नमूने एकत्र किए जा रहे हैं