पीएम नरेंद्र मोदी की निजी वेबसाइट का डेटा डार्क वेब पर लीक, साइबर सिक्यॉरिटी फर्म का दावा
नई दिल्ली । सितंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निजी वेबसाइट का ट्विटर अकाउंट हैक हुआ था। इसके बाद, उससे कई ट्वीट कर फॉलोअर्स से क्रिप्टो करेंसी के जरिए पीएम के नैशनल रिलीफ फंड में दान करने को कहा गया। कुछ देर में अकाउंट रीस्टोकर हो गया था। अब एक अमेरिकी साइबर सिक्यॉरिटी फर्म साइबल का दावा है कि ट्विटर अकाउंट का हैक वेबसाइट की कॉनफिगरेशन के जरिए हुआ था। कंपनी ने डार्क वेब पर वेबसाइट के डेटाबेसेज की मौजूदगी की पुष्टि की है। कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में डार्क वेब पर मौजूद डेटा की काफी सारी डिटेल्स दी हैं।
क्या-क्या डेटा हुआ लीक?
साइबल के मुताबिक, वेबसाइट यूजर्स की कई निजी जानकारियां लीक हुई हैं और डार्क वेब पर उपलब्धस हैं। कंपनी ने कहा कि ट्रांसज़ेकशन और यूज़र्स के डेटाबेस लीक हुए हैं। साइबल के मुताबिक, 5,70,000 से ज्याबदा यूजर्स की निजी जानकारी लीक हुई हैं। इनमें उनके नाम, ईमेल आईडी और कॉन्ट्रैक्ट डिटेल्स शामिल हैं। फर्म ने अंदेशा जताया है कि इस डेटा का आपराधिक इस्तेमाल हो सकता है। साइबल के अनुसार, इस डेटा को फिशिंग ईमेल, स्पैम टेक्स्ट मैसेजेस भेजने के लिए यूज किया जा सकता है।
डार्क वेब पर वह डेटाबेस भी लीक हुआ है जिसमें डोनेशन करने वालों की डीटेल्सर हैं। वेबसाइट के टोटल 5.70 लाख यूजर्स में से 2.92 लाख से ज्याेदा ने डोनेट किया। इनमें कोविड-19 के अलावा स्व,च्छय भारत, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसे अभियानों के लिए दिया गया दान भी शामिल है। उन यूजर्स ने किस मोड से, किस बैंक से पेमेंट किया, इसकी भी डिटेल्स मौजूद हैं।