अजीतगंज रामलीला में हुआ दशरथ मरण,भरत मिलाप लीला का मंचन
मैनपुरी – ग्राम अजीतगंज में चल रहे अजीतगंज महोत्सब विशाल राम लीला समारोह में दशरथ मरण लीला,भरत मिलाप लीला का मंचन किया गया। लीला मंचन में पिता की आज्ञानुसार भगवान राम वनबास को चले गए। और सुमन्त के बापस आने पर उनके बिरह में व्याकुल होते हुए राजा दशरथ ने राम राम कहते हुए प्राण त्याग दिए।
रविवार रात रामलीला के रंग मंच पर मुख्यतिथि आशुतोष मिश्रा आशू ने भगवान की आरती उतार कर लीला का शुभारम्भ किया। इस दौरान बोलते हुए आशुतोष मिश्रा ने कहाकि रामलीला के आयोजन को देखकर बच्चों में उच्च धार्मिक संस्कार आते हैं। आयोजकों ने मुख्यतिथि को पटका पहनाकर बेज लगाकर प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इसके बाद रामलीला कलाकारों ने सुमन्त का विलाप करते हुए अयोध्या बापस आना तथा राम के बिरह में तड़पते हुए राजा दशरथ ने अपने कर्मों को याद करते हुए श्रवण कुमार कथा का वर्णन किया।
सुमन्त और दशरथ का विलाप देख दर्शक अपने आंसू नही रोक सके। दशरथ ने राम के वियोग तडपते हुए विलाप किया। उनके विलाप पर उपस्थिति दर्शक अपने आंसू नहीं रोक सके। इस अवसर पर रामसेवक इलाही,रामचंद्र दुबे,डॉ नरेन्द्र मिश्रा,धर्मेंद्र सक्सेना,नीरज अग्निहोत्री,रोहित दुबे,रोकी दुबे,राहुल कुमार,अम्बुज अग्निहोत्री,अभय दुबे,राधारमण मिश्रा,शोभित दुबे,पवन मिश्रा,गोल्डन श्रीवास्तव,मोहित मिश्रा,आदर्श मिश्रा,दिनेन्द्र मिश्रा,सौरभ दुवे,छोटू अग्निहोत्री,पुष्पेन्द्र दुवे,दीपू मिश्रा,रवि अग्निहोत्री,तस्लीम अली,सुबोध टेलर आदि लोग मौजूद थे। कार्यक्रम के आयोजक राधारमण ने बताया कि मंगलवार को सुग्रीव मित्रता,बाली बध लीला का मंचन किया जाएगा।