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लद्दाख के दो दिवसीय दौरे पर दलाई लामा(Dalai Lam)

जम्मू कश्मीर:तिब्बती के धर्मगुरु दलाई लामा (Dalai Lam) गुरुवार को जम्मू पहुंचे हैं। वहां पहुंच कर उन्होंने बहुत बड़ा बयान दिया है उन्होंने कहा है कि चीन के लोग नहीं लेकिन कुछ चीनी कट्टरपंथी मुझे अलग वादी मानते हैं। ज्यादातर चीन के लोग यह मानते हैं कि दलाई लामा स्वतंत्रता की मांग नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों का मानना है कि में चीन के भीतर सार्थक स्वायत्तता और तिब्बती भाषा संस्कृति को संरक्षित करना चाहता हूं। इसी दौरान उन्होंने यह बताया कि ज्यादा से ज्यादा लोग तिब्बती बौद्ध धर्म के प्रति रुचि मान रहे हैं। इस दौरान तिब्बत के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने यह भी बताया है कि वह शुक्रवार को लेह का दौरा करने जा रहे हैं। बता दे तिब्बती आध्यात्मिक नेता जम्मू कश्मीर और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के दौरे पर 2 दिन से चल रहे हैं।

कोरोना के बाद पहली बार किया आधिकारिक दौरा
वही आपको बता दें जब से कोरोनावायरस फैला था उसके बाद से कोई भी अधिकारी दौरा नहीं किया था। धर्मशाला में अपने देश के बाहर दलाई लामा का यह पहला आधिकारिक दौरा है उन्होंने 2 साल बाद यह आधिकारिक दौरा किया है। अगर इससे पहले दलाई लामा के दौरे की बात करें तो उन्होंने 2018 में अपने जन्मदिन उत्सव लद्दाख में आकर मनाया था। दलाई लामा ने 2018 में जब लद्दाख का दौरा किया था तो उस वक्त इन्होंने अपना जन्मदिन महोत्सव यही किया था।

जम्मू कश्मीर और लद्दाख के दो दिवसीय दौरे पर
आपको बता दें तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने यह भी खुलासा किया है कि वह कल यानी शुक्रवार को लेह पहुंचेंगे। वही 2 दिन से वह जम्मू कश्मीर और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के आधिकारिक दौरे पर है। जहां पर उन्होंने यह बयान दिया है। धर्मगुरु दलाई लामा ने कहा कि वह चीन से आजादी नहीं बल्कि उनके भीतर की तिब्बत के लिए स्वायत्तता की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा यह सब विचार चीन के लोगों के हैं।

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