राजस्थान (Rajasthan)में दाखिल होगा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय

चक्रवाती तूफान: गुरुवार की शाम को चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुजरात के तट से टकरा गया और आधी रात तक इसका लैंडफॉल जारी रहा. इस दौरान गुजरात के अलग-अलग जिलों में भारी तबाही का मंजर देखने को मिला. तूफान के चलते करीब 900 गांव अंधेरे में डूब गए हैं. हालांकि विभाग के लोग बिजली को दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं.
अरब सागर से उठा तूफान बिपरजॉय बीते गुरुवार की शाम को गुजरात के तट से टकरा गया और इसके साथ ही गुजरात में भारी बारिश का दौर शुरू हो गया. तेज गति से हवाएं चलने लगीं. इसके चलते जगह-जगह बिजली के खंभे उखड़ गए. बड़े-बड़े पेड़ धाराशायी हो गए. मौसम विभाग ने सौराष्ट्र, द्वारका और कच्छ के समुद्री तट के लिए रेड अलर्ट जारी किया हुआ है. गुजरात के 7 जिलों और 450 से अधिक गांव अलर्ट पर हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री से हालात का जायजा लिया.
तूफान से होने वाली तबाही की आशंका के चलते 1 लाख से अधिक लोगों को शेल्टर होम भेजा गया. एनडीआरएफ की 19 टीमें तैनात हैं. मौसम विभाग ने बताया है कि 16 जून की सुबह तक बिपरजॉय थोड़ा सा कमजोर होगा और राजस्थान (Rajasthan) की तरफ आगे बढ़ जाएगा. तूफान की नजर फिलहाल पाकिस्तान-कच्छ सीमा के पास है. हवा की औसत गति 70 किमी प्रति घंटा थी. आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, तूफान 16 जून को दक्षिणी राजस्थान तक पहुंच जाएगा. गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने कहा कि तूफान के उपकेंद्र के पास भारी वर्षा के साथ पूरे गुजरात में रुक-रुक कर बारिश होने की उम्मीद है.
मध्य प्रदेश के इंदौर और उज्जैन में दिख सकता है तूफान का असर
आईएमडी भोपाल केंद्र के निदेशक आर बालासुब्रमण्यन ने कहा, “इंदौर और उज्जैन जिलों में अगले 24 घंटों में तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन अन्यथा मध्य प्रदेश में बिपरजॉय का ज्यादा असर नहीं दिखेगा.”
: सीएम गहलोत ने कहा- घबराने की जरूरत नहीं है
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को कहा कि राज्य चक्रवात बिपरजॉय और इसके साथ आने वाली भारी बारिश का सामना करने के लिए तैयार है. बुधवार को मुख्य सचिव, डीजीपी और मौसम विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करने वाले गहलोत ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है.120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाएं
जैसे ही तूफान के पहुंचने की प्रक्रिया शुरू हुई, राज्य के सौराष्ट्र और कच्छ तटों पर 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं और भारी बारिश हुई. अधिकारियों ने कहा कि कई राहत और बचाव दल अलर्ट पर हैं क्योंकि हजारों लोगों को गुजरात में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
900 से अधिक गांव अंधेरे में डूबे
गुरुवार शाम को गुजरात के तट से बिपरजॉय के टकराने के बाद कई जिलों में तेज हवाओं और मूसलाधार बारिश का सिलसिला शुरू हो गया. इसके चलते कम से कम 22 लोग घायल हो गए, जबकि बिजली के खंभे और पेड़ उखड़ गए. अधिकारियों ने कहा कि इसके अलावा, 23 जानवरों की भी मौत हो गई और गुजरात में विभिन्न स्थानों पर तेज हवाओं के साथ 524 से अधिक पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए, जिससे लगभग 940 गांवों में बिजली की आपूर्ति ठप हो गई.
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय आज दक्षिणी राजस्थान पहुंचेगा
आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, तूफान 16 जून को दक्षिणी राजस्थान तक पहुंच जाएगा. इसके चलते निचले इलाकों में रह रहे लोगों को अलर्ट कर दिया गया है. गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने कहा कि तूफान के उपकेंद्र के पास भारी वर्षा के साथ पूरे गुजरात में रुक-रुक कर बारिश होने की उम्मीद है.
राजस्थान में शुक्रवार को भारी बारिश के आसार
एएनआई ने आईएमडी निदेशक मृत्युंजय महापात्रा के हवाले से बताया कि चक्रवात बिपारजॉय की तीव्रता लैंडफॉल के बाद ‘बहुत गंभीर’ श्रेणी से ‘गंभीर’ श्रेणी में आ गई है. यह अब समुद्र से जमीन की ओर बढ़ गया है और जखाऊ बंदरगाह होते हुए गुजरात के करीब पाकिस्तान तट से सटे सौराष्ट्र-कच्छ को पार कर गया है. 16 जून को राजस्थान में भारी बारिश हो सकती है.
चक्रवाती तूफान के चलते मोरबी जिले में गिरे बिजली के खंभे
गुजरात के मोरबी जिले में तेज हवाओं से बिजली के तार और खंभे टूट गए, जिससे मलिया तहसील के 45 गांवों में बिजली गुल हो गई. PGVCL के मोरबी जिले के कार्यकारी अभियंता जेसी गोस्वामी ने बताया कि हम 9 गांवों में बिजली बहाल कर रहे हैं और शेष गांवों में बिजली बहाल कर दी गई है.