क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency)बिल में कुछ समय लगने की संभावना

नई दिल्ली. सरकार ने सोमवार को साफ किया कि क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) बिल में कुछ समय लगने की संभावना है. क्रिप्टोकरेंसी पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने यह बात कही.
दरअसल, क्रिप्टोकरेंसी बिल को पिछले साल संसद के शीतकालीन सत्र में पेश किया जाना था, लेकिन यह पेश नहीं हो सका. मौजूदा लोकसभा सत्र में, वित्त मंत्रालय से इसकी स्थिति के बारे में पूछा गया तो उसने कहा कि बिल में कुछ समय लगने की संभावना है.
बीजेडी विधायक भर्तृहरि महताब ने मंत्रालय से क्रिप्टोकरंसी बिल की स्थिति के बारे में पूछा, जिसे 2021 के शीतकालीन सत्र में पेश किया जाना था. उन्होंने उस समय सीमा के बारे में भी पूछा जिसके भीतर बिल को पेश किया जाएगा और इनपुट के लिए खुला रहेगा.
इसका जवाब वित्त मंत्रालय में राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने दिया. उन्होंने कहा कि क्रिप्टो एसेट सीमा रहित है और रेगुलेटरी मध्यस्थता को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता है. इसलिए इस विषय पर कोई भी कानून केवल महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय सहयोग के साथ प्रभावी हो सकता है. चौधरी ने आगे कहा कि क्रिप्टो एसेट्स और संबंधित इकोसिस्टम से संबंधित पॉलिसी वित्त मंत्रालय के पास है.
सरकार 29 नवंबर को शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान क्रिप्टोकरेंसी के लिए नए रेगुलेशंस को पेश करने वाली थी. ऐसा दूसरी बार हुआ जब बिल को लिस्टेड किया गया था लेकिन इसे टाल दिया गया था. पहली बार पिछले साल फरवरी में संसद का बजट सत्र में इसे टाला गया था.