क्राउन प्रिंस(Crown Prince) ने किया इमरान खान का नंबर ब्लॉक!
इस्लामाबाद. पाकिस्तानी सेना के पूर्व प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को लेकर बड़ा दावा किया है. बाजवा के इस दावे से पाकिस्तान के राजनीतिक हलके में सनसनी फैल गई है. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक बाजवा ने कहा है कि इमरान खान के काबीना की एक बैठक में सऊदी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के लिए काफी अश्लील शब्द कहे थे. इसकी जानकारी क्राउन प्रिंस (Crown Prince) तक पहुंचने के बाद उन्होंने इमरान खान का नंबर भी ब्लॉक कर दिया था.
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक कमर जावेद बाजवा ने कहा, ‘प्रधानमंत्री रहते हुए इमरान खान ने एक कैबिनेट की बैठक के दौरान सऊदी के क्रॉउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को लेकर पंजाबी में बेहद आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया था.’ बाजवा ने बताया कि इमरान के इस व्यवहार की जानकारी उन्हीं के एक मंत्री ने इस्लामाबाद में सऊदी के राजदूत को दे दी थी, हालांकि बाजवा ने मंत्री के नाम का खुलासा नहीं किया. बाजवा के साथ हुई अपनी इस बातचीत का जिक्र जावेद चौधरी ने अपने साप्ताहिक कॉलम में किया है. पाकिस्तान के पूर्व सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा ने ये बात पाकिस्तानी पत्रकार जावेद चौधरी से कही. इन दोनों की बातचीत का अंश एक्सप्रेस न्यूज अखबार में प्रकाशित हुआ है.
उन्होंने बताया कि इमरान खान के प्रधानमंत्री रहते हुए ऐसा समय था जब सउदी प्रिंस के साथ उनके ताल्लुक काफी अच्छे हो गए थे. इतना ही नहीं क्राउन प्रिंस सलमान ने इमरान खान को एक हॉटलाइन नंबर भी दिया था जिस पर वह औपचारिक तौर के अलावा कभी भी उनसे बात कर सकते थे लेकिन इस घटना के बाद सउदी प्रिंस ने इमरान खान का नंबर भी ब्लॉक कर दिया था.
बाजवा ने दावा किया है कि अगर इमरान खान प्रधानमंत्री बने रहते तो पाकिस्तान का अस्तित्व खतरे में आ जाता. बाजवा ने कहा है कि इमरान खान की तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी देश के लिए खतरा है.
इस चर्चा में चौधरी ने बाजवा ने सवाल किया कि क्या उन्होंने पिछले साल अप्रैल में इमरान खान को अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद संसद से इस्तीफा देने से रोका था? इस पर बाजवा ने हां में जवाब दिया. बाजवा ने इमरान से कहा कि आप केवल एक मैच हारे हैं, अभी पूरी सीरीज अभी बाकी है. हालांकि बाजवा ने इमरान खान की सरकार को गिराने के आरोपों को साफ तौर पर नकार दिया.
बाजवा ने यह भी दावा किया कि उन्होंने इमरान खान को नेशनल असेंबली से इस्तीफा न देने की सलाह दी थी. इसके लिए उन्होंने बांग्लादेश में खालिदा जिया के उदाहरण का इस्तेमाल किया, जिन्हें संसद से इस्तीफा देने के बाद राजनीतिक रूप से काफी नुकसान झेलना पड़ा. हालांकि इमरान ने उनकी बात का कोई जवाब नहीं दिया.
बाजवा से जब इमरान खान की सरकार गिराने से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनका सिर्फ यही अपराध है कि उन्होंने सरकार नहीं बचाई. बाजवा ने कहा कि इमरान चाहते थे कि वह उनकी सरकार बचाएं. इस पर जब बाजवा से पूछा गया कि उन्होंने ऐसा क्यों नहीं किया तो उन्होंने कहा कि ऐसा उन्होंने देश की भलाई के लिए किया. बाजवा ने कहा, “अगर मैंने अपना फायदा देखा होता तो खान का समर्थन करके सम्मान के साथ रिटायर होता लेकिन मैंने देश की भलाई को अपनी इज्जत से ज्यादा जरूरी समझा.”