चिन्हित सैम-मैम बच्चों का क्रॉस वेरिफिकेशन कराया जाए, मैम बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराकर सुपोषण की श्रेणी में लाया जाए-जिलाधिकारी
( रामजी लाल गोस्वामी)
मैनपुरी ( ब्यूरो रिपोर्ट): जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने जिला पोषण समिति की बैठक में स्वास्थ्य, शिक्षा, बाल विकास विभाग के अधिकारियों को आदेशित करते हुए कहा कि आपस में समन्वय स्थापित कर चिन्हित सैम-मैम बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं, पौष्टिक आहार उपलब्ध कराकर प्राथमिकता पर सुपोषण की श्रेणी में लाने की दिशा में कार्य करें। उन्होंने बैठक में उपस्थित बाल विकास परियोजना अधिकारियों, सुपरवाइजर से कहा कि चिन्हित सैम-मैम बच्चों का पुनः वजन किया जाए, सैम बच्चों के अभिभावकों को प्रेरित कर पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराया जाए ताकि जल्दी से जल्द उनके सेहत में सुधार लाया जा सके, जानकारी करने पर पाया कि जनपद में 2736 सैम एवं 5529 मैम बच्चे चिन्हित हैं, चिन्हित सैम बच्चों में से माह नवम्बर में12 बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती कराया गया। उन्होने विकास खंड किशनी, करहल से माह नवम्बर में किसी भी चिन्हित सैम बच्चे को पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती न कराये जाने पर प्र.चिकित्साधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी को हिदायत देते हुये कहा कि इस माह प्रत्येक दशा में अपने क्षेत्र के सैम बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराना सुनिश्चित करें।
श्री सिंह ने कहा कि आंगनबाड़ी केद्रो के माध्यम से चिन्हित बच्चों, गर्भवती, धात्री महिलाओं, किशोरियों को उपलब्ध कराए जाने वाले पोषाहार में किसी भी स्तर पर कोताही न बरती जाए यदि किसी के द्वारा पोषाहार वितरण में अनियमितता बरती गयी तो संबंधित के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही की जाए। उन्होने हॉट कुक्ड योजना के संचालन की जानकारी करने पर पाया कि जनपद के 1032 ऑगनबाड़ी केन्द्रों पर प्राथमिक विद्यालय के मीनू के अनुसार बच्चों को मध्यान्ह भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है, विद्यालय परिसर, 200 मीटर की परिधि में संचालित ऑगनबाड़ी केन्द्रों पर योजना प्रारंभ हो चुकी है, 200 मीटर की परिधि के बाहर संचालित ऑगनबाड़ी केन्द्रों पर अगले सप्ताह तक बच्चों को मध्यान्ह भोजन में पका पकाया खाना उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होने जानकारी करने पर पाया कि अभी ऑगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों के लिए बर्तन कय नहीं किये गये हैं, जिस पर उन्होने उपस्थित खंड विकास अधिकारियों को आदेशित करते हुये कहा कि अगले 02 दिन में सभ ऑगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों हेतु प्लेट-चम्मच, कटोरी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। उन्होने बैठक में उपस्थित बाल विकास परियोजना अधिकारियों, सुपरवाइजर, खंड शिक्षाधिकारियों से कहा कि ऑगनबाड़ी केन्द्रों, प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को मध्यान्ह भोजन में चम्मच का प्रयोग करने की आदत विकसित करें, सभी बच्चे चम्मच से ही खाना खाएं, चम्मच से खाना खाने पर बच्चों को तमाम प्रकार बीमारियों से बचाया जा सकता है।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु, मुख्य चिकित्साधिकारी आर.सी. गुप्ता, उपायुक्त एन.आर.एल.एम. शौकत अली, जिला विकास अधिकारी अजय कुमार, जिला कार्यकम अधिकारी सुप्रिया गुप्ता, जिला पूर्ति अधिकारी क्यामुद्दीन अंसारी, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी दीपिका गुप्ता, जिला पंचायत राज अधिकारी तुलसी राम, समस्त प्र. चिकित्साधिकारी, खंड शिक्षाधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी आदि उपस्थित रहे।