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coved की चौथी लहर, इससे बचने के लिए इन 5 बातों को कभी न भूलें !

नई दिल्ली – दुनियाभर में एक बार फिर coved-19 के मामलों में बढ़त देखी जा रही है, जिसमें भारत भी शामिल है। ऐसे में हमें कोरोना वायरस से जुड़ी सावधानियों को भूलना नही चाहिए और इनका सख्ती से पालन करना जारी रखना चाहिए। महामारी की शुरुआत से ही एक्सपर्ट्स लोगों को इस वायरस से बचने के लिए मास्क पहनने, शारीरिक दूरी बनाए रखने और हाथों की सफाई पर ज़ोर देने की सलाह दे रहे हैं।

कोरोना वायरस (Covid-19 4th Wave Update) अभी भी दुनियाभर में इसलिए पनप रहा है क्योंकि मानव शरीर इसके लिए एक उपयुक्त जगह है। इस वायरस के खतरे को रोकने का एक ही तरीका है कि इसे फैलने से रोका जाए। अगर हम एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में वायरस के फैलने को रोक सकें, तो हमारे वातावरण में वायरस का भार कम होने की संभावना है। हमें ज़रूरी है सतर्क रहने की, और

कोविड से जुड़ी इन 5 बातों को याद रखने और इसका पालन करने की

कोरोना वायरस से बचने के लिए मास्क पहनना बेहद ज़रूरी है। ऐसा मास्क पहनें, जो नाक, मुंह और ठोड़ी पर फिट हो, जिससे वायरस आपके शरीर में न घुस सके और न ही बाहर निकल सके। वुहान में जब सबसे पहले वायरस के फैलने के बारे में पता चला था, तो हेल्थ एक्सपर्ट्स ने सभी को सबसे पहले मास्क पहनने की सलाह दी थी। रिसर्च में भी यह साबित हुआ है कि कपड़े का मास्क भी वायरस से संक्रमित होने में काफी हद तक बचा सकता है।

भीड़-भाड़ या किसी समारोह का हिस्सा न बनें

मास्क पहनने के साथ ही ज़रूरी है कि हम ज़्यादा भीड़भाड़ या शादी जैसे समारोह में जाने से भी बचें। इस तरह की जगहों पर संक्रमण के फैलने का सबसे ज़्यादा डर होता है। अगर ज़रूरी नहीं है, तो घर से बाहर न निकलें, शादियों, जन्मदिन की पार्टी जैसी गैथरिंग में शामिल न हों। अगर आपको बाहर जाना पड़ता है, तो दूसरे लोगों से कम से कम एक मीटर की दूरी बनाए रखें। मास्क न उतारें।

अगर आप बीमार महसूस कर रहे हैं, तो खुद से क्वारेंटीन कर लें। जब कोविड महामारी शुरू हुई थी, उस वक्त हेल्थ एजेंसीज़ संक्रमित व्यक्ति को क्वारेंटीन करने पर ज़ोर दे रही थी, साथ ही उन लोगों को भी जो उसके संपर्क में आए थे। ऐसा इसलिए क्वारेंटीन करने से वायरस के फैलने को रोका जा सकता है। संक्रमित व्यक्ति को 10 से 14 दिनों तक दूसरों से अलग एक कमरे में रहने की सलाह दी जाती है, ताकि वह वायरस को न फैलाए।

खासतौर पर अगर आपके घर पर बुर्ज़ुग और छोटे बच्चे हैं, तो आप आइसोलेशन की मदद से उन्हें इस ख़तरनाक बीमारी से बचा सकते हैं। साल 2020 में जब महामारी की शुरुआत हुई, तब हम सभी ने खूब सैनीटाइज़र खरीदे,

लेकिन क्या आप अब भी इन्हें खरीद रहे हैं? हम में से कई लोगों ने अब सैनिटाइज़र पर ध्यान देना बंद कर दिया है। हालांकि हाथों की सफाई न सिर्फ कोविड बल्कि कई तरह के संक्रमणों से बचाने में एक अहम भूमिका निभाती है।

हमारे हाथ कितनी दफा दूषित सतह पर पड़ जाते हैं और उसके बाद हम उन्हीं हाथों से चेहरा साफ कर लें या फिर कुछ खा लें, तो संक्रमण को ख़तरा बढ़ता है। यही वजह है कि मेडिकल एक्सपर्ट्स बार-बार हाथों को दिन में कई बार धोने और बाहर होने पर सैनीटाइज़र के उपयोग की सलाह दे रहे हैं। खाना खाने या बनाने से पहले हाथों को अच्छी तरह धो लें।

अभी तक, कोविड के गंभीर संक्रमण के जोखिम को कम करने में सिर्फ वैक्सीन ही कारगर साबित हो रही है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ओमिक्रॉन की वजह से आई कोविड की तीसरी लहर में काफी कम लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा, जिसके पीछे वैक्सीन एक बड़ी वजह रही।

वैक्सीन वायरस से लड़ने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्यून सिस्टम की याददाश्त तैयार करती है। बूस्टर शॉट्स प्रतिरक्षा प्रणाली की याददाश्त को बढ़ाने का काम करते हैं, जो आमतौर पर वैक्सीन के कुछ महीनों के बाद कमज़ोर हो जाती है। सही वक्त पर वैक्सीन लगवाना न भूलें। साथ ही वैक्सीन से जुड़े मिथक और ग़लत खबरों से दूर रहें

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