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जलवायु वार्ता समापन तक कोई ठोस नतीजा निकालने की जद्दोजहद में लगे देश
दुनिया (struggle) के संचयी उत्सर्जन में अब तक भारत की जनसंख्या 1.3 बिलियन होने के बावजूद 4 प्रतिशत से भी कम योगदान है। साथ ही वार्षिक प्रति व्यक्ति कार्बन उत्सर्जन वैश्विक औसत (struggle) का लगभग एक तिहाई है।
मिस्र में चल रही संयुक्त राष्ट्र जलवायु वार्ता (COP27) में शामिल देश समापन तक कोई ठोस नतीजा निकालने की जद्दोजहद में लगे हैं।
इस दौरान केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने कहा भारत इंटरनेशनल सोलर एलायंस और कोलिशन ऑफ डिजास्टर रेजिलिएशन इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे समाधान-उन्मुख गठबंधनों के माध्यम से मजबूत अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना चाहता है।
मानवता के लिए सुरक्षित ग्रह की ओर यात्रा को कोई भी देश अकेले नहीं कर सकता है। हमारे मार्गदर्शक सिद्धांतों के रूप में समानता और जलवायु न्याय के साथ की जाने वाली सामूहिक यात्रा है।