चीन में कोरोना ने मचाया हाहाकार, कब्रिस्तान ( cemetery!)में जगह तक नहीं!

बीजिंग. चीन में पिछले कुछ समय से कोरोना के प्रकोप के चलते स्थिति दयनीय हो गई है. अस्पताल के साथ-साथ कब्रिस्तानों ( cemetery!) में भी शवों को दफनाने के लिए लोगों को लाइन पड़ी है और अधिकांश कब्रिस्तान भर चुके हैं. ऐसे में लोग अपनों के शवों का अंतिम संस्कार सड़कों पर कर रहे हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में दो मिलियन से ज्यादा मौत हो सकती है. चीन में कोरोना वायरस के नए सब-वेरिएंट ने उत्पात मचा रखा है. आम जनता के साथ-साथ डॉक्टर भी परेशान हो चुके हैं. चीन के कई हिस्सों से ऐसी तस्वीरें सामने आईं कि किसी का भी दिल दहल सकता है.
लगातार बढ़ रही मौतों की संख्या के बीच, अंतिम संस्कार की लागत में बढ़ोत्तरी के कारण लोग को सड़कों पर शवों का अंतिम संस्कारकरने के लिए मजबूर होना पड़ा. ब्लूमबर्ग समाचार के अनुसार, वेइबो (चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म) पर पोस्ट किए गए एक स्क्रीनशॉट में एक निवासी ने अपने पड़ोसी का टैक्सट मैसेज शेयर किया है, जिसमें पड़ोसी ने अपने दोस्त को बताया है कि अंतिम संस्कार की कीमत में बढ़ोत्तरी के चलते उसे मजबूरन अपने पिता का अंतिम संस्कार करने के लिए खुली जगह ढूंढनी पड़ी.
विशेष रूप से, एक विशेषज्ञ ने दावा किया है कि चीन में मामलों में भारी वृद्धि के बीच शंघाई में 70 फीसदी से अधिक आबादी पहले से ही कोविड से संक्रमित है. पिछले महीने कठोर जीरो-कोविस पॉलिसी में ढील दिए जाने के बाद से चीन में कोविड मामलों में भारी उछाल देखा गया है. लंदन स्थित एनालिटिक्स फर्म एयरफिनिटी की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि दिसंबर के पहले 20 दिनों में चीन में 250 मिलियन से अधिक लोग वायरस से संक्रमित हुए थे.
यूरोपीय संघ (ईयू) के सदस्य देश चीन में उत्पन्न कोविड-19 संकट से निपटने के लिए बुधवार को समन्वित प्रयास को धार दे रहे हैं और यात्रा संबंधी प्रतिबंधों पर विचार कर रहे हैं जो चीन और वैश्विक विमानन उद्योग दोनों को ही असहज करेगा. चीन पहले ही कुछ यूरोपीय संघ देशों द्वारा लगाए गए यात्रा प्रतिबंधों को खारिज कर चुका है और उसने चेतावनी दी है कि अगर आने वाले दिनों में यह चलन बढ़ा तो ‘जवाबी कदम’ उठाए जाएंगे.