कॉप-15 : भारत के सुझावों को अन्य प्रस्तावों के साथ जोरदार समर्थन
अंतिम वैश्विक (vigorous support) जैव विविधता ढांचे को अपनाए जाने से पहले भारत ने दृढ़ता के साथ अपनी बात रखी और भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे पर्यावरण मंत्री ने कहा कि सीओपी प्रेसीडेंसी (vigorous support) व जैविक विविधता पर कन्वेंशन के सचिवालय के साथ विचार-विमर्श किया। भारत ने डिजिटल अनुक्रम सूचना (डीएसआई) पर सीबीडी की पहुंच और लाभ साझाकरण तंत्र के तहत विचार करने समेत प्रस्ताव दिए।
http://मरीन में भर्ती होने वाले सिखों को दाढ़ी और पगड़ी रखने की इजाजत
भारत ने कॉप15 शिखर सम्मेलन में (एलआईएफई), सामान्य लेकिन अलग-अलग जिम्मेदारियों और संबंधित क्षमताओं के प्रस्ताव पर पुरजोर ढंग से अपनना पक्ष रखा। विकासशील ‘दक्षिण’ से जुड़े कई मुद्दों पर भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने आम सहमति बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। बिना सोचे समझे तथा विनाशकारी खपत के बजाय पर्यावरण की रक्षा और संरक्षण के लिए सचेत व जानबूझकर इस्तेमाल को प्रोत्साहित करने का अभियान है।