सीएमअशोक गहलोत के समर्थन में उतरी कांग्रेस(Congress)

जयपुर. राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने रविवार को कहा कि वह राज्य की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में कथित तौर पर हुए ‘‘भ्रष्टाचार’’ पर कार्रवाई की मांग को लेकर 11 अप्रैल को एक दिन का धरना देंगे. पायलट ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भ्रष्टाचार को लेकर भाजपा नेता वसुंधरा राजे के खिलाफ किसी भी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की. इसी के विरोध में वह धरना देने जा रहे हैं. अशोक गहलोत पर लगे आरोपों को लेकर कांग्रेस (Congress) उनके बचाव में उतर आई है.
पायलट के आरोपों पर कांग्रेस महासचिव और मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने कहा है, अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री के रूप में राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने बड़ी संख्या में योजनाओं को लागू किया है और कई नई पहल की हैं जिन्होंने लोगों को गहराई से प्रभावित किया है. इसने देश में शासन में हमें नेतृत्व की स्थिति दी है. वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, अशोक गहलोत बहुत ही सुलझे हुए नेता हैं, इस तरह की कई बाधाएं पहले भी आ चुकी हैं और मुझे लगता है कि वे इसे सुलझा लेंगे.
पायलट ने कहा कि जब कांग्रेस विपक्ष में थी, तब उन्होंने और कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तत्कालीन सरकार में हुए ‘‘भ्रष्टाचार’’ का मुद्दा उठाया था और कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद कार्रवाई करने का वादा किया था. पायलट ने आरोप लगाया कि कोई कार्रवाई नहीं की गई है और वह इस मांग को लेकर दबाव बनाने के लिए एक दिन के धरने पर बैठेंगे.
पायलट ने दावा किया, वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान हमने विपक्ष में रहते हुए 45,000 करोड़ रुपये के घोटालों के बारे में आवाज उठाई थी और वादा किया था कि हमारी सरकार आएगी तो इन घोटालों की जांच करेगी.